Book Title: Uttaradhyayana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Jaysundar
Publisher: Sanchor
View full book text
________________
सवसत्तिमंगलइंजीव
ज्ञानदयोनचारित्रबाधिसमाकचलानकरईजी
नवनि चारिपबाधिलाससंशयाप्तमा
Doom
पनिकारणा.राधनाश्राराधार ४॥
ताप
.
नवराट दकिंजयघियाधुश्मंगालगनगदसणचरित्रवाहिलासंकानागदंसारणचरित्रवाहिलालसो तामिवल। अंतक्रियाकार अनशंकल्पविमानप्रवसाननणीक्रियाअनदेवलोकविमाननच हलगवनपहिलेहाणनावलाडिलक्षण
करवजानमिर्च क र घरामायणाजीवशंतकिरिये कयाविमाणोनियाधारणछाराहारधा कालगतिलहरायाजालात अधवाकालिन्यवेमरियडिलेदाणाकालयहणलेजस्त्रजीवज्ञानावराणीयकर्मयघा हेगनवायश्चितकरयजीव पायश्चितकातश्यापकर्म
कालयलिहायागानासावरणियकम्मरबायायायधिकरणापायचित्रकरण निर्मलपणकर। अतीचाररहितसाधयाय नियडिभिजनावमार्य मार्य फलनिर्मलपाणचंकरखें | बायकामविसोहिंडा निरश्यात्याविनवासामगोपायनियडियममा
ANS आधारच्यनाझाचारफलधाराधः ॥१६ देसग बामणजीवमिनकरई। जाबरवामनोस्यमयचितकरई॥ | शिसाहशायावयायाश्कलंधश्राशाहशाद विमावणयाणासीयारवनावशायारागयल्लाया | RAHalla अमहर्षपातच जीव मघलायोगहन डावमवनविष। मैत्रीलावमपजाबशे। अनमित्रासावधाप्त मासाशायजायसायासावमुक्षगण्यासाध्याशायीचमतसमितीलाauयारामिनीलाधमा सब जीव सावधानबाजीव शुद्धिकरीनियाईश देसगवनवायाजीवनियंकर। मनायनविधईयबझानावशा ण्याविजालावधिसाहिंकामापनियतवशायामशागोमातादकिंगायशसभायमाणावराणा
thatanaanaora t sadisus
।

Page Navigation
1 ... 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230