Book Title: Uttaradhyayana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Jaysundar
Publisher: Sanchor

View full book text
Previous | Next

Page 194
________________ मललव्यातणादसमागरोपमपल्यायमन्तणुनसंरख्यातमुनागाधिकणालीमधन्यस्वितियनचिकहामितितास एलेमानी स्थितिनारकी श्वाना दसमक्षीयलिया मरवातानियासाउंतिमीसंसागराकासासाइकमायाप्रशमसामरईयाणालयागजिन ईकही दवतिर्थच मनुष्याटवताणालण्याबालीमि ॥ जेहाजिहांलशातहनाअंतर्मलकानमिति अनईति । तेपराईनियादाराबाहामारियागुम्माणाददाlalSTETलसानिजिकिरहिंडामोशिश चिनारकीतागश्केवलचकलशावावांडा ४५ लालेशायनर्मअनकाला जघन्यशिरी। अननवेवरसेमणाधवीकामि श्याणचावकिलाकवतानसाधावन मावासादाश्मवाकाडीघालविरामकिशगनाय कृष्टग्निनिऊ६ एलेप्पानियंचिमधष्पनई स्थिति सारणधी। गतनातिदेवता मिति बालासई घासकालमाणामांतिरियनराणालमागविवनियादातोयराबाहामालसाणविविदिया। कृप्तले स्यामदासदय वरमजघन्पम्मिति । शतपल्य यमतणु असंख्यातमुत्लाग उकृष्टी निज शादसवाससहस्साशंकतानिजहानियाएलियमसंविधामावाकासाहाकटाणावाजा मललव्याAMISHष्टीनितितस्मितिममयअधिकाधिन्यवनाललेश्यातणीमिनिजगनश्यल्यापमानणु अमेस्पानमः रबलुनिश्वनाललण्यातणी तेथक किशानिरखलामाकासासाबसमयमाहिया असामानास्लामावलियमसरवावांसारिया जानानाविश्वस्नु। सामनमस्थिति स्थितिममयकारी अधिकासन्यकायोतलेश्यावनिजशयनयल्यापमतव्यसंख्या एतनाप्रतिस्मुरगादिवानामासमोहत्सवनपति कामांसाऽसमयमशहि महानगोकाकणापलियमवचनकासा गंगानुशास्मीतमालसामहासुराग तलागीसिनिय

Loading...

Page Navigation
1 ... 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230