Book Title: Uttaradhyayana Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Jaysundar
Publisher: Sanchor

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Page 186
________________ इतिश्रीयमायवागंनयागसम्मतारबार्य राय श्रीमुधर्मस्वामित्रपतिकहनावकर्माक्रभिकहिसिप्तिमानलुक्षयानकमनुबाद जीवनमा २ नाविषप्रचत्र सपोमा नारकमेहरगोत्रकर्म ऋतराय एकमेगानामा रातरापक.02मार मयकहिया ३ झानावरणीयकर्मयांचषकारा । नियमायणप्रयासमा सम्मायोचामिायापुर्विशिक्काममिहिंधावा अपनी ममारमाहियरित्रमणक्षर 10 ज्ञानावणी दर्शनारणा वेदनीयर मोहनी आयुगंधा वाज कनारान राजावासंसारपरिवाशी माणस्माधरणादसणावतारवयणिमहामाहामकाjara जापरमा वाशनामिकामगुसंधाधतरोताहयोगवामयाशी करमाशंग्रामचनसमासनामामागाanjaधि अपना करमन ऋतज्ञानर वातिनमधिक ज्ञानर बावधिज्ञानव मनपयोयज्ञान केव लज्ञानuan पाचकामा हर्षदनावर गायनानेदकहवा पचनानपदाक मतवाला सयंशानिगाबानियाहिमाश्यामाणमा गांधकामानिदाताहश्ययनानिहानिहाया लब | पुचला manरमान गतिवानी यांचनामांगिया व हुवनिविरम६ वश्यकुशवायव्यवविदजीनावी केवलदेवनि ama पयलयय लागतासायधीगिनीजमादानाय यामधवहिस्साईसरणाकमालयशावणे टीवर करणरय गनवसेददर्शनावरणमा आगवान वेदनीयकर्मविजयकारि एकसामासुरवमय वेदनीयकर्मर बीजमचारिश्मोहनीय दानिमाहानामा यवनविगयानाथदंसायणियपियविहीसायमसायंचयासियामायस्माबजासया लिदाअनश्चारिबमोहनीकर्मनाने माहनीयकर्मीबऊनदेशशएकदर्शनमोहनीयबीजमचारिश्मोहिनीयादशनिमाहनीयतणावण्यत्तेदअनुमारिसमोर पासशस्सायस्मविधामाछिपिकधिहीदमाघशातहादसणानिविटेवातावरण विहंसायाकास मरा सनीकर्मनाबिलेदा

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