Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 683
________________ भौगोलिक शब्दकोष ६५५ प्रमाण सिडका निवास क्षेत्र चित्रकूट-वाराणसीका एक उद्यान ६८११२६ चित्रकूट-एक वक्षारगिरि ६॥२०२ चित्रपुर-विजयाधंका एक नगर ६२०६६ चैत्रवन-मिथिलाका एक वन ६९।५४ [छ] छनपुर-भरतक्षेत्रका एक नगर ५९।२५४ एनाकारपुर-एक नगर ७४॥२४२ तप्तजला-एक विभङ्गा नदी ६३।२०६ तालपुर-एक नगर ६७।३४. तिगिन्छ-एक सरोवर ६३।१९७ तिलक-घातकी खण्डके पूर्व ऐगवत क्षेत्रका एक नगर ६३।१६८ त्रिकूट-एक वक्षारगिरि ६३०२०२ निपुर-विजयाका एक नगर ६३.१४ त्रिलोकोत्तम-जम्बूद्वीपके पूर्व विदेहक्षेत्र सम्बन्धी पुष्कला. बती देशके विजयाचं पर्वतका एक नगर ७३१२६ जगत्पादगिरि-एक पर्वत ६८।४६८ जठरकाशिक-तापसोंकी वमति ७०।३२३ जम्बूमत्-अम्बूदीप ४८१३ जयन्त-एकनुत्तर विमान ७०.५९ जयन्तपुर-भारतक्षेत्रका एक मगर ७११४५२ जयन्ती-विदेहकीक राजधानी ६३१२१६ जाम्बव-जम्बूद्वीपके भरतक्षेत्र सम्बन्धी विजया पर्वतकी उत्तरश्रेणीपर स्थित एक मगर ७१३६८ अम्मिकग्राम-एक ग्राम, जहाँ मगवान महावीरको केवलज्ञान हुबा या ७४४३४० ज्योति:प्रम-विजयाकी दक्षिणश्रेणीका एक नगर ६२०२४१ ज्योतिर्वन-विजयाका एक बन ७११३७. [त] तनुवात-लोकके अन्तका तनुवा. तबलय । ऊध्वंलोकके अन्त में यह १५७५ धनुष मोटा है, उसमें अन्तिम ५२५ धनुष दन्तपुर-कलिङ्गदेशका एक नगर ७०६५ दाण-एक देश-विदिशाका समीपवर्ती प्रदेश ७५।१० दशाणपुर-गावती देशका एक नगर ७१.२९१ दिशागिरि-कपित्थवनमें स्थित एक पर्वत,७५४७९ देवकुल-एक सरोवर ६३११९८ देवदारु बन-एक बनका नाम ७०।२५२ देवमाल-एक वक्षारगिरि ६३०२०४ देवरमण-एक वन ६३।१८६ देवाद्रि-सुमेरुपर्वत ५०१२१ पतिलक-विजयाका एकनगर ६२०३६ द्वारवती-द्वारिकापुरी ७१०२७ द्वारावती-एक नगरी ५८५८३ [ध] धरणिभूषण-सुपतिष्ठपुरका एक पर्वत ७६.२२. धरणातिलक-२क नगर ५९।२२८ धवलदेश-जम्बूद्वीपका एक देश ६७ २५६ धातकीखण्ड-दूसरा द्वीप। यह द्वीप चार लाख योजन विस्तारवाला है तथा लवण समुद्रको घेरे हुए पूड़ीके आकारका है ५१.२ धान्यपुर-मगध देशकाएक नगर ७६।२४२ [न] नगरशोमा-एक नगर ७५।५२. नन्दन-पुकरद्वीपपूधि भात क्षेत्रका एक नगर ६३।१२ नन्दन-मेरुपर्वतका नन्दनवन ७१।३६२ नन्दन-नन्दनगिरि ६३.३३ नन्दनपुर-एक नगर, यहाँ बिमलनाब भगवान का प्रथम पाहार हुवा था ५९।४२ भन्दपुर-एक नगर ६३.३३४ मन्दपुर-धातकीखण्डके पूर्वभरत क्षेत्र सम्बन्धी विजयाधकी दक्षिण श्रेणीका एक नगर ७१।२५४ मन्दिग्राम-एक ग्राम, अहोने लोगोंने राजपुत्र रिणको मावास नहीं दिया था ७४।४२२ नन्दिग्राम-एक गाँव ७५।१०५ नन्दिघोष-२०पन ७५।५ नन्द्यावर्त-तेरहवें स्वर्गका एक विमान ६२।४१. नमस्तिलक-एक पर्वत ६३.३३६ नरकान्ता-एक महानदी ६३।१९६ नलिन-एक नगर, जहाँ भगवान चन्द्रप्रमका प्रथम पाहार हुशा था ५४१२१७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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