Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 732
________________ उत्तरपुराण सुमति-पाकेतके राजा दिव्यबल की स्त्री ५९।२०८ सुमति-ज्वलनजटोका मन्त्री ६२.८१ सुमति-अपराजित बलभद्रकी विजयारानासे उत्पन्न पुत्रो सुमुख-कौशाम्बीका एक सेठ ७०.६५ सुमुख-यादवपक्षका एक राजा ७१७४ सुयोधन-चारणयुगल नगरका राजा ६७४२१३ सुरकीर्ति-भगवान् शान्तिनाथके संघका एक प्रमुख श्रावक सुमति-दृढ रघकी स्त्री ६३।१४७ सुमति-एक आधिका ६३।१७५ सुमति-वज्र और सुप्रभाकी पुत्री सुमति-कौशाम्बीका एक सेठ ७१ ४३७ सुमन्दर-एक मुनि ७०५३ सुमन्दर-विदेहके एक तीर्थकर ७०।५७ सुमित्र-वत्सदेशगत सुसीमा नगर के राजा अपराजितका पुत्र ५२।१२ सुमित्र-राजगृह नगरका एक गजा ६११५७ सुमित्र-कौशलदेश स्थित साकेत नगरका राजा-मघवान् चक्रवर्तीका पिता ६११९२ सुमित्र-एक राजा जिसके यहाँ भगवान् शान्तिनाथका प्रथम आहार हुआ था ६३:४७९ सुमित्र-राजगृहनगर के राजाभगवान् मुनिसुव्रतनाथके पिता ६७।२० सुमित्र-वातकीखण्डकी पूर्वदिशा सम्बन्धी पुष्कलावती देशमें स्थित पुण्डरीकिणी नगरीका राजा ७४।२३६ सुमित्र-जीवन्धरका साला ७५॥४३० सुमित्र-नगरशोभ नगरके राजा दृढमित्र का भाई ७५१४३९ सुमित्रा-पखेटपुरके सुदत्त सेठकी स्त्री ५९।१४८ सुमित्रा-भद्रमित्रकी माता ५९५१८९ सुरगुरु-कुण्डलपुरके राजा सिंह रथा पुरोहित ६२११७८ सुरगुरु-एक चारण ऋद्धिधारी मुनि ७०।१३७ सुरदेव-आगामी द्वितीय तीर्थकर ७६।४७७ सुरमजरी-राजपुरके वैश्रवण सेठ और आम्रमंजरी सेठानीकी पुत्री ७५।३४८ सुराष्ट्रवर्धन-सुमीमा पट्टरानी का पिता ७१।३९६ सुरूप-देवरमण वनका व्यन्तर देव ६३।२७८ सुरूपा-एक देवी ६३२२८५ सुरूपा-गगनवल्लभ नगरके राजा विद्युद्वेग और रानी विद्युद्वेगाकी पुत्री ७१।४२० सुरेन्द्रदत्त-जम्बूद्वीपकी विनीता- अयोध्या नगरीका एक सेठ ७०।१४७ सुरेन्द्रदत्त-श्रावस्तीका एक राजा, जिसने भगवान् संभवनाथको सर्वप्रथम आहारदान दिया था ४९।३९ सुलक्षणा-अतिवेग विद्यापरकी स्त्री ५९।२२९ सुलक्षणा-एक गणिनी ६२।११२ सुलक्षणा-विन्ध्यपुरके राणा विन्ध्यसेनकी स्त्री ६३.१०० सुलक्षणा-पोदनपुरके राजा सुस्थितकी स्त्री ७०१३९ सुलसा-एक कन्या, जो बागे चलकर राजा सगरकी स्त्री हुई ६७११५८ सुलसा-राजा सुयोधन और अतिथिको पुत्री ६७१२१४ सुलोचना-भगवान् पार्श्वनायके संवकी एक प्रमुख अायिका ७३।१५३ सुवर्णकुम्भ-एक मुनि ५७.९६ सुवर्णकुम्भ-एक मुनि, जिनके पास विजय बलभद्रने दीक्षा ली थी ६२।१६७ सुवर्णतिलक सिहर थका पुत्र ६३।२५२ सुवर्णतिलका-तिलकनगरके राजा अभयघोषकी स्त्री ६३.१६९ सुवर्णतेजस-राजपुरके वैश्य कनकतेजस् और चन्द्रमालाका पुत्र ७५।४५३ सुवर्णदारक-एक मृदङ्ग बजाने.. वाला ७६९० सुवर्णनाम-राशा कनकप्रभा पुत्र ५४.१४१ सुवर्णयक्ष-एक व्यन्तर देव ७२.१७ सुवर्णवर्ण-वीरपुरका राजा ६९।५६ सुवर्णवर्मा-बङ्गदेशके कान्तपुर. का राजा ७५.८१ सुविधि-नवमतीर्थकर । इन्हींका दूसरा नाम पुष्पदन्त प्रचलित सुवेग-विजयका ६२।२७२ सुवेगा-शिवंकरनगरके राजा पवनवेगकी पुत्री ७५।१६४ सुव्रत-सुव्रत नामक जिनेन्द्र ५८.८१ सुबत-विदेहके एक तीर्थकर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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