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उत्तरपुराण
स्तिमितसागर-जम्बूद्वीप-वत्स- स्वयम्प्रमा-राजा चन्द्राम और कावती देश की प्रभाकरीपुरीका सुभद्राकी पुत्री ७४।१३५ . राजा ६२१४१२
स्वयम्भू-भगवान् विमलनायके स्तिमितसागर-अन्धकवृष्टि और
समयमें होनेवाले एक चक्रवर्ती
५९।६३ सुभद्राका पुत्र ७०।९५ स्थावर-शाण्डिल्य और पार
स्वयम्भू-विदेहके तीर्थकर शरीका पुत्र ७४।८३
५९।१११ स्थावर-भगवान् महावीरके पूर्व
स्वयम्भू-भगवान् कुन्थुनाथका भवका जीव ७६.५३८
प्रमुख गणधर ६४.४४ स्थूणगन्ध-गोदनपुरके राजा
स्वयम्भू-भगवान् पार्श्वनाषका चन्द्रदतके पुत्र इन्द्रवर्माका
प्रमुख गणधर ७३३१४९ प्रतिद्वन्द्वी ७२२२०५
स्वयम्भू-बागामी उन्नीसवें
तीर्थकर ७६६४८. स्मर-प्रद्युम्न ७२।१६९
स्वयम्भू-भगवान् वासुपूज्यका स्मरतरङ्गिणी-एक शय्या
मुख्य प्रश्नकर्ता ७६५३० ७५.४३४
स्वयम्भूकेशव-स्वयम्भूनामका स्वयम्प्रभ-विदेहके एक तीर्थ
नारायण ७१२९८ कर ४९७
स्वयंवर-भारत क्षेत्रके साकेत स्वयम्प्रम-एक तीर्थकर ५४१९४
बगरका राजा-भगवान् स्वयम्प्रम-विदेहके एक तीर्थ
अभिनन्दननाषका पिता कर ६२२४२५
५०।१७ स्वयम्प्रभ-विदेहके तीथंकर
स्वर्णचूल-एक देव-विजयका ६२१५०७
जीव ६७।१४६ स्वयम्प्रम-जम्बूद्वीप विदेहक्षेत्र
स्वर्मानु-सुभानुका नामान्तर को पुण्डरीकिणी नगरीके एक
७०।४५१ तीर्थंकर ७०।४२
स्वामिहित-अयोध्याके राजा स्वयम्प्रम-स्वयम्प्रभद्वीपका एक
वजवाहका मन्त्री ७३।४ देव ७१।४५२ स्वयम्प्रम-विदेहके एक तीर्थकर ७२०६९
हयकन्धर-यश्वग्रीवका दूसरा स्वयम्प्रम-आगामी चौथे तीर्थ
नाम ५७.१०० कर ७६५४७८
हयग्रीव-अश्वग्रोवका दुसरा स्वयम्प्रमा-ज्वलनजटी और
नाम ६२॥१४२ । वायुवेगाकी पुत्री ६२१४४
हरि-श्रीकृष्ण ७११५ स्वयम्प्रभा-हिमवान्की स्त्री
हरिगिरि-चम्पापुरके राजा ७०.९८
मार्कण्डेयकी सन्तान ७०.९१ स्वयम्प्रमा-रथनूपुर नगरके हरिचन्द्र-एक चारण ऋद्धिराजा सुकेतुको स्त्रो-सत्य. पारी मुनि ५११२३३ भामाकी माता ७११३१३ हरिचन्द्र-बागामी पौषा बल- स्वयम्प्रमा-स्वयम्प्रभदेवकी एक भद्र ७६१४८६ देवी ७११४५१
हरिपुत्र-प्रद्युम्न ७२।११३
हरिबल-राजा पुरुषल चौर ज्योतिर्मालाका पुत्र ७१।३११ हरिवक-अलकाका निवासी - एक विद्याधर ७६६२६३ हरिवर्मा-अङ्गदेश-बमापुरका
राजा-मुनिसुव्र नायका तृतीय पूर्वमव ६२ हरिवाहन-मन्दपुरके राजा हरिषेण और रानी श्रीकान्ताका पुत्र ७१०२५४ हरिवाहन-एक विद्याधर बिसे कनकमासाने स्वयंवरमें वरा पा ७११४०६ हरिविक्रम-एक भीलोंका राजा
७५।४७८ हरिशर्मा-एक ब्राह्मण ६५६१ हरिश्मश्रु-अश्वग्रीवका मन्त्री
६२०६१ हरिषेण-ममवान् मुनिसुव्रतनाथ.
तीर्थ में हुआ एक चक्रवर्ती ६७।६१ हरिषेण-नन्दपुरका राजा
७१०२५४ हरिषेण-हस्तिशीर्षपुर नगरका
राजा ७१४४४ हरिषेण-राजा वज्रसेन बोर
रानी शीलवतीका पुत्र ७४।२३२ हरिषेण-भगवान् महावीरका
पूर्वभवका जीव ७६१५४१ हरिषेणगुरु-एक मुनि ६७४२३६ हरिवेज़ा-एक आर्यिका ६३१४९३ हरिषेणा-श्रीषेन
बौर श्रीकान्साकी पुत्री ७२२२५४ हिमगिरि-पम्पापुरके राजा
माकंभयको सन्तान १९१ हिमवान्-बन्धकवृष्टि और
सुभद्राकासुत्र ७९६ हिरण्यमति-एक बायिका, जो
रानी रामदत्ताको सम्बोषनेके लिए पायी पी ५९।१९९
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