Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 688
________________ ६६० उत्तरपुराणम् [स] सनत्कुमारकल्प-तीसरा स्वर्ग शुमा-विदेह की एक राजधानी ६३।२१५ शैलपुर-एक नगर, जहाँ भगवान् पुष्पदन्तका प्रथम बाहार हुआ था ५५४८ शौर्यपुर-कुशार्थ देशका एक नगर ७०.९३ श्रद्वावान्-एक वक्षारगिरि ६३।२०३ श्रावस्ति-भरत क्षेत्रका एक नगर,जहाँ भगवान् संभवनाथका जन्म हुशा था। यह उत्तरप्रान्त गोण्डा जिले में सेहडमेहडके नाम से प्रसिद्ध है । ४९ १४ श्रावस्ती-भारतके कुणाल देश की एक नगरी ५९।७२ श्रीनागनग-श्रीनाग नामका पर्वन ६६.१३ श्रीनिलय-पौधर्म स्वर्गका एक विमान ६२ ३६५ श्रीपुर-पुष्करवरद्वीप सम्बन्धी विदेह क्षेत्रके सुगन्धिदेशका एक नगर ५४२५ श्रीपुर-एक नगर ६३३३३३ श्रीपुर-जम्बूद्वीप सम्बन्धी मेरु पर्वतसे पूर्वकी घोर स्थित सुकच्छ देशका एक नगर ६६१६८ श्रीपुर-ऐरावत क्षेत्रका एक नगर ६९७४ श्रीप्रम-एक पर्वतका नाम ५४८१ श्रीप्रम-प्रथम स्वर्गका एक विमान ५४१८२ श्वेतवन-एक वन, भगवान् मल्लिनाथका दीक्षावन ६६।४७ ।। श्वेतवाहन-हस्तिनापुरका सेठ ७११२६० श्वेतविका-एक नगर ७१२२८३ सम्मंद-भारतवर्षका सम्मेद शिखर नामका प्रसिद्ध पर्वत । यह विहार प्रान्तके हजारीबाग जिलेमें पारस पर्वतके नामसे प्रसिद्ध है । यहाँसे बीस तीर्थकरों तथा असंख्य मुनियोंने मोक्ष प्राप्त किया है, इसलिए यह सबसे प्रसिद्ध तीर्थक्षेत्र है ४८१५१ सरिता-विदेहका एक देश ६३।२११ सर्यावर्त-रत्नप्रभा पृथिवीका एक बिल ७२१३१ सर्वरमणीय-एक नगर ७६।१८४ सर्वतुक-एक वन जिसमें चन्द्रप्रम भगवान्ने दीक्षा ली थी। ५४.२१६ सर्वतुक-सङ्कानगरका एक वन ६८।३०७ सर्वशैल-एक पर्वत ६२१४९६ सर्वार्थसिद्धि-पांच अनुत्तर विमानोंमें-से एक विमान ६१११२ सहस्राब्रवण-भूनागढ़का एक पाग ११६१६९ सहस्रार-बारही स्वर्ग ६११६८ सहेतुक-एक वन, जहाँ कुन्थुनाथ भगवान्ने दीक्षा ली थी ६४।३८ सहेतुकवन-अयोध्याका वह वन जिसमें भगवान् अजित नापने दीक्षा ली थी ४८।३८ संभूतरमण-एक बनका नाम ६२।३७९ साकेत-कौशल देशको एक बगरी-बयोध्या ६१५७ साकंतपुर-एक नगर ५९।२५८ सातंकर-सोलहवें स्वर्गका एक विमान ७०.५० सारसमुच्चय-एक देश ६८.३ सारसौख्य-एक गांव, जहाँ खदिग्सार भीलका साला रहता था ७४४०१ सिद्धकूट-विजयार्घ पर्वतका एक कुट, जहाँ अकृत्रिम चैत्या. लय है ६२ ७३ सिद्धाचल-एक पर्वत ६३।१२६ सिद्धार्थ-अयोध्याका एक वन ६८७०७ सिद्धार्थ-एक वन ७१।४१७ सिद्धार्थनगा-एक नगर, जहाँ भगवान् श्रेयांसनायका प्रथम आहार हुआ था ५७।४९ सिन्धु - एक महानदी ६३३१९५ सिन्धु-एक देश ७५।३ सिन्धुगोपुर-एक गोपुरका नाम ६८१६५३ सिंहगिरि-एक पर्वत ७४ १६९ सिंहपुर-वाराणमीके पास स्थित सिंहपुरी जिसे आजकल सारनाथ बहते हैं ५७।१७ सिंहपुर-जम्बूद्वीपके पश्चिम विदेह क्षेत्रके सुगन्धिल देशका एक नगर ७०५ सिंहपुरी-विदेहकी एक राज धानी ६३१२१५ सीतासरित्-जम्बूद्वीपकी चौदह महानदियों में से एक महानदी जो विदेहक्षेत्रमें बहती है ४८।३ सीमन्ताचल-एक पर्वत ६७ ८५ सुकच्छ-विदेहका एक देश ५७.२ सुकौशल-जम्बूद्वीपका एक देश ७१।४१६ सुखावह-एक वक्षारगिरि ६३।२०३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738