Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 719
________________ व्यक्तिवाचक शब्दकोष ६९९ माकण्डेय-सिंहकेतुका चम्पा. मृगायण-कौशल देशके द्ध. नगरमें परिवर्तित नाम ७०।९० ग्राममें रहनेवाला एक ब्राह्मण मित्रनन्दी-विदेह क्षेत्रका एक ५९।२०७ राजा ५९।६४ मृगायण-सिन्धु नदीके तीरपर मित्रमाव-भगवान् अभिनन्दनः । स्थित एक तापस ७०।१४२ नाथका मुख्य प्रश्नकर्ता मृगावती-पोदनपुरके राजा प्रजा. ७६।५२९ पतिकी स्त्री ६२.९० मित्रवीर-कौशाम्बीके वृषभसेन मृगावती-राजा चेटककी पुत्री सेठका एक कर्मचारी ७५१५३ ७५।६ मित्रवीर्य-भगवान् सुमतिनाथ- मृत्यु-हरिविक्रमका सेवक का मुख्य प्रश्नकर्ता ७६।५२९ ७५।४८० मित्रश्री-अग्निभूति और अग्नि, मेघनाद-गगनवल्लभ नगरके लाकी पुत्री ७२।२३० राजा मेघवाहन और रानी मित्रसेना-सुकुण्डली विद्याधर- मेघमालिनीका पुत्र-अनन्तकी स्त्री ६२।३६२ वीर्य नारायणकाजीव ६३।३० मित्रसेना-हस्तिनापुरके राजा मेघनाद-भद्रिलपुरका एक राजा सुदर्शनकी स्त्री-भगवान् ७१।४५४ . अरनाथकी माता ६५११५ मेघमालिनी-गगनवल्लभ नगरमीनार्या-भगवान सुपावनायके के राजा मेघवाहनकी स्त्रो संघकी प्रमुख आयिका ५३१५० ६३१३० मुक्तदन्त-आगामी तीसरा चक्र- मेघमालिनी-हेमाङ्गदको स्त्री वर्ती ७६।४८२ ६३।१८१ मुण्डशालायन-मद्रिलपुरके भूति मेघरथ-सांकेत-अयोध्याका एक शर्मा ब्राह्मण और उसकी स्त्री. राजा-भगवान् सुमतिनाथकमलाका पुत्र ७१।३०४ . का पिता ५११२० मुनिगुप्त-एक मुनि ७५।९० .. मेघरथ-मलय देशके भद्रिलपुर मुनिचन्द्र-एक मुनिराज नगरका स्वामी ५६।६४ ५९।२३१ - मेघरथ-पुण्डरीकिणी नगरीके मुनिवर-एक मुनि ६९।५ राजा धनरथ और रानी मनोमुनिसुत-आगामी ग्यारहवें हराका पुत्र-बनायुधका बीव तीर्थंकर ७६।४७९ ६३।१४३ मुनिसुत-बीसवें तीर्थकर ६७४१ मेघरथ-भगवान् शान्तिनाथके मुरारि-कृष्ण ७१।४६० पूर्वभवका जीव ६३।३८८ मृकण्डू-हरिवर्ष देशके भोगपुर मेघरथ-भद्रिलपुरका राजा मगरके राजा प्रमजनकी स्त्री ७०११८३ ७०।७५ मेघरथ-हस्तिनापुरका राजा मृगचारी-एक प्रकारके भ्रष्ट ७०।२७४ मुनि ७६।१९५ मेधरथ-राजा सुधर्मका पुत्र मृगङ्ग-कौशिक तापस और ७११२७३ चपलवेगाका पुत्र-यह कपिल मेघरथ-भद्रिलपुरका राजा का पुत्र था ६२।३८० ७१६३०३ मेघवाहन-सुरेन्द्रकान्तार नगर. का राजा ६२१७१ मेघवाहन-गगनवल्लभ नगरका राजा ६३।२९ मेघवाहन-शिवमन्दिर नगरका राजा ६३।११६ मेघवाहन-जम्बूद्वीप अङ्गदेश चम्पापुरीका राजा ७२।२२७ मेघविजय-राजाका एक हाथी ५९।२४९ मेघश्री-पुलस्त्यकी स्त्री ६८।१२ मेघसेन-मेघरथका पुत्र ६३।३१० मेरु-विमल भगवानके तीर्थका एक गणधर ५९।१०८ मेरु-मथुराके राजा अनन्तवीर्य और रानी मेरुमालिनीका पुत्र ५९।३०२ . मेरुचन्द्र-वीतशोकपुरका राजा ७१०४३९ मेरुमती-पुष्कलावती नगरके राजा इन्द्रगिरिकी स्त्री ७१।४२५ मेरुमालिनी-मथुराके राजा अनन्तवीर्यकी स्त्री ५९।३०२ मैत्रेय-भगवान् महावीरका गणघर ७४।३७३ मौण्डकौशिक-चण्डकौशिक और सोमश्रीका पुत्र ६२।२१४ मौन्द्र-भगवान् महावीरका गण धर ७४१३७३ मौर्य-भगवान् महावीरका गणधर ७४१३७३ [य] यक्ष-पलाशकूटके यक्षदत्त गृहस्थ को यक्षदत्ता नामक स्त्रीसे उत्पन्न पुत्र ७१।२७९ यक्ष-शालिग्रामका रहनेवाला एक गृहस्थ ७११३९० यक्षदत्त-पलाशकूटका राजा ७११२७८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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