Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 721
________________ व्यक्तिवाचक शब्दकोप . भूतिके जीव वज्रघोष हाथीका जीव ७३।२६ - रसायनपाक-सिंहपुरके स्वामी कुम्भका रसोइया ६२।२०६ राक्षस-पलाशपुरका राजा ७५४११६ राघव-रामचन्द्र ६८।४२४ राघवानुज-लक्ष्मण ६८१६४५ राजगुप्त-शङ्खपुरका राजा ६३ २४६ राजसिंह-एक राजा जिसने राजगृहोके राजा सुमित्रको जीता था ६१५९ राजीमति-राजा उग्रसेन और रानी जयावतीकी पुत्री जिसका विवाह भगवान् नेमिनाथ के साथ होना निश्चित हुया था ७१।१४५ रात्रिषेणा-५परम भगवान्के संघस्थ अयिकाओं में प्रमुख आयिका ५२१६३ राधा-चम्पापुरके राजा आदि. त्यकी स्त्री ७०.११३ राम-बलभद्र ५७१९७ राम-प्रष्टम बलभद्र ६७१८९ राम-वाराणसीके राजा दशरथ और सुबाला रानीका पुत्र ६७१५० रामदत्ता-सिंहपुरके राजा सिंहसेनकी स्त्री ५९ १४६ रामदत्ता-पोदनपुरके राजा पूर्णचन्द्र और हिरण्यवतीको पुत्री-यह मधुराहा जीव था ५९।२१० रावण-लङ्काका राजा ६७.१७७ रावणानुज-विभीषण ६८।६३६ राष्ट्रकूट-पग्रामका एक वैश्य ७६१५३ रुक्मिणी-कृष्णकी एक पट्टगनी ७१.१२६ रुक्मी-जरासन्धके पक्षका एक गजा ७१७७ दिर-जरासन्धके पक्ष एक राजा ७१७८ रुद्र-सुकौशल देशकी अयोध्या नगरीका राजा ७११४१६ रुद्रदत्त-विनीता नगरीका एक ब्राह्मण ७०.१५२ रुद्रदत्त-राजा सत्यन्धरका पुरो. हित ७५.१९० रूपश्री-राजगृहीके धनदत्त सेठ और धनश्रीकी पुत्रो ७६।४८ रेणुकी-राजा पारतकी एक छोटी कन्या ६५४९० रंवती-नन्दयशाको पात्रो ७१।२६४ रेवती-वृद्धग्रामके राष्ट्रकूट वैश्यको स्त्री ७६१५२ रेवा-आगामी पन्द्रहवें तीर्थंकर वा जीव ७६६४७३ रोहिणी-अरिष्टपुरके राजा हिरण्यवर्मा और रानी पद्मा. वतीकी पुत्री ७०।३०७ रोहिणी-चन्द्रमाकी देवी लक्ष्मीमति-लक्ष्मीग्रामके सोम ब्राह्मणकी स्त्री ७१.३१७ लक्ष्मीमती-वज्रायुधकी स्त्री ६३.४४ लक्ष्मीमती-चक्रपुर के राजा वरसेनको स्त्री ६५।१७७ ललिताङ्ग-एक धूर्त विट ७६९४ ललिताङ्गद-त्रिपुरका राजा ६२।६७ लोकपाल-पद्मावतीका भाई ७५४०० लोकसन-गुण भद्रका शिष्य प्रशस्ति।२८ लोकादित्य-वनवासका राजा प्रशस्ति।३२ लोह-प्राचाराङ्गके ज्ञाता एक मुनि ७६:५२६ लोहजङ्क-हरिविक्रमके पुत्र वन. राजका मित्र ७५४४८१ . [ल] लक्ष्मण-अष्टम नारायण ६७५८९ लक्ष्मणा-चन्द्रपुरके राजा महासेनकी स्त्री-भगवान् चन्द्रप्रभकी माता ५४.१६४ लक्ष्मणा-विशाखभूतिकी स्त्री ५७१७३ लक्ष्मणा-कृष्णकी एक पट्टरानी ७१।१२६ लक्ष्मणा-सुप्रकारपुरके राजा शम्बर और रानी श्रीमतीकी मुषो-कृष्णकी एक पट्ट रानी ७१४४१. लक्ष्मणा-राजगृहके राजा विश्वभूतिके छोटे भाई विशाखभूति की स्त्री ७४१८८ [ व] वकुल-राजा सत्यन्धरकी बनङ्गपताका स्मीसे उत्पन्न पुत्र ७५२२५५ वज्र-पुण्डरी करणी नगरीका एक वैश्य ७१।३६६ वज्रकण्ठ-लकाके राजा मयूर ग्रीवका पुत्र ६२०९ वज्रघोष-एक हाथी-मरुभूति का जीव ७३।१२ वज्रचाप-वस्वालयका राजा ७०७६ वज्रचामर-भगवान पद्मप्रभका प्रमुख गणधर ५२०५८ वज्रतुण्ड-काञ्चनाका मुर्गा ६३।१५२ वज्रदन्त-एक महामुनि ५९।२४८ वज्रदन्त-पुष्कलावती देशकी पुण्डरीकिरणी नगरीका राजा ७६३१३९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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