Book Title: Uttara Purana
Author(s): Gunbhadrasuri, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 725
________________ व्यक्तिवाचक शब्दकोप निमलवाहन-विदेहक्षेत्रके एक तीर्थंकर ७०.१२ विमलवाहन-एक मुनि ७२।४३ विमलवाहन-सम्मापुरके राजा श्वेतवाहन का पुत्र ७६।९ विमलवाहन-आगाम ग्यारहवाँ चक्रवर्ती ७६।४८४ विमलश्री-जयन्नपुरके राजा श्रीवर और रानी श्रीमतीको पुत्रो-भदिलपुर नगरके स्वामी मेघनादकी स्त्री ७१६४५३-४५४ विमला-भयवान् चन्द्रप्रभकी पालको ५४।२१५ विमला-मेघवाहन की स्त्री ६३।११६ विमला-उज्जैनके विमलचन्द्र - सेठको स्त्री ७११२११ विमला-सौधर्म स्वर्गके इन्द्रकी देवी ७२।९५१ विमला-भगवान् पार्श्वनाथकी पालको ७३।१२७ विमला-राजपुरके सेठ कुमार दत्तकी स्त्री ७५।३५१ विमला-राजपुरके सागरदत्त सेठकी पुत्री ७५१५८७ विराट-यादव पक्षका राजा ७१/७५ विराट-विराट् नग का राजा ७२।२१६ विशाख-भगवान् मल्लिनाथका प्रमुख गणधर ६६५० विशाखनन्दी-विश'खभूति और लक्ष्मणाका पुत्र ५७.७३ विशाखनन्दी-विशाखभूति और लक्ष्मणाका पुत्र ७४१८८ विशाखभूति-विश्वभूतिका छोटा भाई ५७१७४ विशाखभूति-ताजा विश्वभूति का छोटा भाई ७४.८८ विशाखार्य-दशपूर्वक ध रक एक मुनि ७६१५२१ ८८ विशाला-सिन्धुनीरके वासी मृगायण तापसको स्त्री ७०।१४२ विश्वदेव-मङ्गलावती देशके रत्नसञ्चय नगरका राजा ७११३८७ विश्वनन्दी-विश्वभूति और जैगोका पुत्र ५७१७२ विश्वनन्दी-राजगृह नगरके राजा विश्वभूति और रानी जीका पुत्र ७४।८७ विश्वनन्दी-भगवान् महावीरके पूर्वभवका जीव ७६।५३८ विश्वभू-राजा सगरका मन्त्री ६७।२१८ विश्वभूति-राजगृहीका राजा ५७१७४ विश्वभूति-पोदनपुरका एक ब्रह्मण ७३८ विश्वभूमि-राजगृह नगरका राजा ७४८६ विसेन-अजितसेन और प्रिय. दर्शनाका पुत्र ६३।३८३ विश्वसेन-जम्बूद्वोपके विदेहक्षेत्रको वाराणसी नगरीका राजा ७३१७५ विश्वावसु-स्वतिकावजीका राजा ६७४२५७ विष्णु-सिंहपुरका राजा-मगवान् श्रेयान्सनाथके पिता वीरदत्त-कलिङ्ग देशके दन्तपुर नगरका एक सेठ ७०।६६ वीरनन्दी-एक मुनि ७५।२८१ वीरभद्र-एक चारण ऋद्धि धारी मुनि ७०।३२४ वीरवती-छत्राकारपुरके राजा नन्दिवर्धनकी स्त्री ७४/२४३ वीरसेन-भगवान् महावीर ७३०३ वीरसेन-जिनसेनके गुरु ७६१५२८ वीराङ्गज-चन्द्राच.र्यके शिष्य एक मुनि-पञ्चमकालके अन्तिम मुनि ७६।४३२ वृषम-एक रथ ७२।१११ वृषभदत्त-एक सेठ ७४।३४० वृषभदत्त-राजपुरका एक सेठ ७५॥३१४ वृषमध्वज-विशाला-उज्जनका राजा ७१२२०९ वृषभसेन-भगवान् मुनिसुव्रतनाथको प्रथम आहारदान देने वाला ६७.४५ वृषभसेन-कौशाम्बीका एक सेठ ७५.५२ वृषसेन-जरासन्धके पक्षका एक राजा ७१७८ वैजयन्त-गन्धमालिनी देशके वीतशोक नगरका राजा ५९।११० बैजयन्त-सजयन्तका पुत्र ५९।११२ वैजयन्ती-भगवान् अरनायकी पालकी ६५१३३ वैजयन्ती-बक्रपुरके राजा वर. सेनकी स्त्री ६५।१७७ वैडूर्य-महाशुक्र स्वर्गके वैडूर्य विमानका देव-पूर्णचन्द्रका जीव ५९।२२६ वैरोचन-असुर कुमारोंके देव ७१:४२ विष्णु-हस्तिनापुरके राजा मेघ रथ और रानी पद्मावतीका पुत्र ७०।२७४ विष्णु-कृष्ण ७२.१८१ वीतमय-अहद्दास और सुवताका पुत्र-रत्नमालाका जीव ५९.२७८ वीतशोका-कौशाम्बीके राजा मघवाकी स्त्री ७०६४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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