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माशे | जायफल करकरा । दाल चीनी । पाँचश्मा शे। प्याजन र्गस १तोले । सुपेट कनेर की जड़ को छि लका। डेड तोले। दोपहर ताई मदरा में घोट के लगावै तथा लंबी बाती करे राधे और समय पर मदा में घि सके लगावै ॥ [तिला]] ओलोंडे वाजी के कारणक र के इन्द्री की अड पतली पड़ गई हो ताको दूर करेहै ॥ विधि || जायफल | जावित्री । छडीला। मनुष्पके कान को मेल छै२ माशे। गधाके अंडकोश को रुधिर ४ तोले | दुखा तशा शराब में यहाँ ताई घोठे जो पाव सेरधाराव सोघ जाय-मौर तिला के लायक हो जाय तव काम में लावै ॥ तिला ॥ लोंडे वाजी के नुकसा नको दूर करें ॥ विधि ॥ कडवे घीया की भीगी । २ तो ले। सुपैद चिर्मिठी । कर करा है मासे । तेज बल। पीपरा मूल | तीन मासे । ३ दिन ताई गाय के घीमें घोट के तिला करें और ऊपर से पान बाँधे । तिला || जो लोंडे बाजी खोर नपु नसकता को गुरण करें। ॥ विधि|| जमाल गोटा गधा की लीद में मोटा के सुमेद चिर्मिठी । कुचलाज़ला । यकर करा। सुपेद । कनेर की जड़ को छिलका। दो तोले। गाय के दूध में यहाँ नाई घोटे जो सैरदूध सोष जाय पीछे चो ये की तरह बेंचे और सुपारी वचा के तिला करैक पर से पान बाँधे ॥ अथवा ॥ सुपेद कनेर की जड़ लाल कनेर की जड़। दोनों को छिलका। डेढ २ तोले वडा जायफल / मग ११ अफीम नों माशे। सब को चू रत कर के बड़ेगोह की चर वी २ तोले मिला के ९ दिन
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