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में तुल्य नही रखती और रूप को बढ़ा वे और शरीर को मोटा करे और वीर्य को बढा वे है । विधि।।। मुरगी के अंडा की सुपेदी मोर जरदी। गाय को घी प्याज को रस । गाजर की गूढो । शहन। पाँचों बरावर लेके पका वे और पाक बनावे और प्रक्कती के मा फिक ४० दिन तोई बाया करे ॥ माजून ॥ मुचार पाठे की जो इन्ट्री को चल वान करे और सीन के रोगों को दूर करने में यति उन्नम है ॥ विधि ॥ गुच्चारपा ठे को गूदो सेरपाव | गाय को दूध सरे ९ मिला के मो टावे और हाथों से मिल के पका है जो पाक बनजा य ॥ माजून ॥ जो इंद्वी को वलवान करे और अच्छे प्रकार से टूटे करती है । विधि॥ श्रसमंद। जावि त्री। जायफला लांग | दाल चीनी एक २ तोले। काले तिल धुले दो तोले। तिगुने पाहत में पाक बनावै ॥ फसल एकसौ पच्चीसवी ॥
मुफ़रद्वान में अर्थात् चित्र को प्रसन्न करने वाली दवा सों में ॥ मुकर्रह | जो सफाई से पीछे होल दिल्लीको गुण करें | विधि ॥ कावली हेर्ड को काढा १० तोले भामरे १५ ताले में ५ ।। छटाँक शहत मिला के चाश नी करे। विल्ली लोटने । बिजोरे को छिलका। लोग । मस्तंगी। जायफल | तज । इलायची । नाग केसरा वह मन सुभेद् | दरू नजाकर वी। नर कचूर। केसररा ब न तुलसी के वीज । राम तुलसी सात २ मायो। कस्तूरी २ माशे । मिला के वनांवे ॥ मुफर्रह।। जो उस होल दि ली को दूर करे है जो वाघ के अलजाने से पैदा हो और
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