Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): Puja Prakash Chhabda
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 11
________________ 48 39 40 49 | 40 41 53 4 43 | 43 44 1 1-2 तैजस शरीर के प्रकार | निःसरण तैजस शरीर के प्रकार आहारक शरीर की विशेषता 50-52 | वेद अनपवर्त्य आयु तृतीय अध्याय तृतीय अध्याय विषय-वस्तु लोक का विस्तार त्रस नाड़ी का विस्तार अधोलोक का विस्तार वातवलय नरकों का वर्णन बिल नारकियों का वर्णन नरक से निकला हुआ जीव कहाँ उत्पन्न होता है नरक से निकला जीव क्या नहीं होता है नारकियों के दुःख नारकियों द्वारा परस्पर दिए जाने वाले दुःख | मध्य (तिर्यक) लोक का विस्तार जम्बूद्वीप का वर्णन सुदर्शन मेरु मेरु पर चार वन जम्बूद्वीप के 7 क्षेत्र 11-13 जम्बूद्वीप के 6 पर्वत/कुलाचल 48 48 3-5 49 7-8 51 52 52 52. 10 53 54 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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