Book Title: Sutra Samvedana Part 05
Author(s): Prashamitashreeji
Publisher: Sanmarg Prakashan

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Page 11
________________ ७४ ७७ ११० अनुक्रमणिका क्रम विषय पृष्ठ नं. क्रम विषय पृष्ठ नं. ३४ आयरिय-उवज्झाए सूत्र 0 गाथा-२. ओमिति० ६८ ० सूत्र परिचय ० गाथा-३. सकला० ० मूल सूत्र - अन्वय 0 परमात्मा का अतिशय छाया-शब्दार्थ 0 गाथा-४. सर्वामर० ० गाथा-१ आयरिय० 0 गाथा-५. सर्व-दुरितीघ० ८५ 0 गाथा-२ सव्वस्स० 0 गाथा-६. यस्येति० 0 गाथा-३ सव्वस्स० 0 गाथा-७. भवतु नमस्ते० ३५ नमोऽस्तु वर्धमानाय 0 गाथा-८. सर्वस्यापि० ३६ विशाल-लोचन दलं ० गाथा-९. भव्यानां० १०२ ३७ श्रुतदेवता की स्तुति-१ 0 गाथा-१०. भक्तानां० १०६ 0 सुअदेवया० 0 गाथा-११. जिनशासन० 0 गाथा-१२-१३. सलिला० ११४ ३८ श्रुतदेवता की स्तुति-२ ० गाथा-१४. भगवतिक ० कलमदल 0 गाथा-१५. एवं० ३९ क्षेत्रदेवता की स्तुति-१ 0 गाथा-१६. इति पूर्व० १२८ 0 जीसे खित्ते० 0 गाथा-१७. यश्चैनं० १३० ४० क्षेत्रदेवता की स्तुति-२ 0 गाथा-१८. उपसर्गाः० ० यस्याः क्षेत्र० 0 गाथा-१९. सर्वमङ्गल० १४१ ४१ भवनदेवता की स्तुति ४१/४५ चउक्कसाय सूत्र 0 ज्ञानादिगुण |४६ भरहेसर बाहुबली ४२ अड्ढाईज्जेसु सूत्र सज्झाय 0 गाथा-१ अढाई० |४७ सकलतीर्थ वंदना 0 गाथा-२ पंच महव्वय० ० स्थावर तीर्थ की वंदना २७७ ० अढार हजार शीलांगरथ | 0 ऊर्ध्वलोक के ४३ वरकनक सूत्र तीर्थों की वंदना ४४ लघु शांति स्तव सूत्र 0 अधोलोक के 0 गाथा-१. शान्तिं तीर्थों की वंदना १२० १२५ १३५ १४६ १६१ २७२ २७८ २८७

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