Book Title: Sramana 2014 01
Author(s): Ashokkumar Singh, Omprakash Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 20
________________ ६९. ७०. ७२. ७४. ७५. ७६. ७७. जैन अंग साहित्य में वर्णित उद्योग-धन्धे : 13 राजप्रश्नीयसूत्र ४२ प्रश्नव्याकरण, २/१३ राजप्रश्नीय, १/२ ज्ञाताधर्मकथांग, १७/२२ प्रश्नव्याकरण, १६३, ज्ञाताधर्मकथांग-११७/१७, (प्रश्न सूत्र ४१) सूत्रकृतांग, ११४, व्याख्याप्रज्ञाप्ति, २/८/५ ज्ञाताधर्मकथांग, १/१७ वही, ८/९६ वृहकल्पभाष्यं, भाग - १, माया २६२ ज्ञाताधर्मकथांर्ग, ११३० राजप्रश्नीयसूत्र, ३०-४० आचारांगसूत्र, २/११३४० स्थानांगसूत्र, ४/११/१८५ ज्ञाताधर्मकथांग, ५/६५ वृहत्कल्पभाष्य, भाग-४, गाथा ३४/२ आचारांगसूत्र, २/७/६ सूत्रकृतांग, ४/२/१२ निशोचचूर्णि, २, पृ० ३ प्रश्नव्याकरणसूत्र, १३ ७८. ७९. ८१. ८५. ८६. ८७. *****

Loading...

Page Navigation
1 ... 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80