Book Title: Siddhhem Balavbodhini Part 02
Author(s): Mahimaprabhsuri
Publisher: Mahimaprabhvijay Gyanmandir Trust

Previous | Next

Page 578
________________ થી સિદ્ધહેમચન્દ્રશદાનુશાસનસૂત્રાકારાઘનુક્રમણિકા [ પ૬૩ सूत्रम् । - सूत्राङ्क। सूत्रम्। सूत्राङ्क। अव्यञ्जने ॥ २-१-३५ ॥ अनत्यन्ते ॥ ७-३-१४॥ अघण-सः ॥ १-१-३२ ॥ अनद्यतने हिं। ७-२-१०१ ॥ अधरापराश्चात् ॥ ७-२-११८॥ अनद्यतने श्वस्तनी ॥५-३-५॥ अधर्मक्षत्र-विद्यायाः॥६-२-१२१॥ अनद्यतने हस्तिनी॥५-२-७॥ अधश्चतुर्थात् तथोर्ध॥२-१-७९॥ | अननोः सनः ॥ ३-३-७० ।। अधातु-नाम ॥ १-१-२७ ॥ अनन्तःपञ्चम्या:०॥१-१-३८॥ अधातूदितः ॥ २-४-२॥ अनपत्ये ॥ ७-४-७५ ॥ अधिकं तत्-दः।।७-१-१५४ ॥ | अनरे वा ॥ ६-३-६१ ॥ अधिकेन भूयसस्ते॥२-२-१११॥ अनवर्णा नामी ॥ १-१-६॥ अधीष्टौ ॥५-४-३२ ॥ अनाङ्माङो-छः॥१-३-२८॥ अधेः प्रसहने ॥ ३-३-७७ ॥ अनाच्छादजा-वा॥२-४-४७॥ अधेः शीस्थास० ॥२-२-२०॥ अनातो-संयोगस्य ॥४-१-६९॥ अधेरारूढे ॥७-१-१८७॥ अनादे-मध्येऽतः ॥४-१-२४ ।। अध्यात्मादिभ्य इकण् ॥६-३-७८॥ अनामन्यद्विः प्लुप् ॥६-४-१४१॥ अध्यानं येनौ ॥ ७-१-१०३ ॥ | | अनामस्वरे नोऽन्तः॥१-४-६४॥ अनः ॥ ७-३-८८ ॥ अनार्षे वृद्ध-प्यः ॥२-४-४८ ।। अनक ॥२-१-३६ ॥ अनिदम्यणपवादे०॥६-१-१५॥ अनजिरादि-तौ ॥ ३-२-७८ ॥ | अनियागे लगेवे ॥१-२-१६॥ अनञः क्त्वो यप् ॥३-२-१५४॥ अनीनाद-तः ॥ ७-४-६६ ॥ अनमो मूलात् ॥ २-४-५८ ॥ | अनुकम्पा-त्योः ॥ ७-३-३४ ॥ अनटू ॥ ५-३-१२४ ॥. . अनुग्वलम् ॥ ७-१-१०२ ।। अनडुहः सौ ॥ १-४-७२ ॥ अनुनासिके-शूट ॥४-१-१०८॥ अनतोऽन्तोदात्मने॥४-२-११४॥ | अनुपदं बद्धा ॥ ७-१-९६ ॥ अनतों लुप् ॥ १-४-५९ ॥ .. | अनुपद्यन्वेष्टा ॥ ७-१-१७० ॥ अनतो लुप ॥ ३-२-६॥ | अनुपसर्गाः-संफुल्लाः॥४-२-८०॥

Loading...

Page Navigation
1 ... 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648