Book Title: Siddhhem Balavbodhini Part 02
Author(s): Mahimaprabhsuri
Publisher: Mahimaprabhvijay Gyanmandir Trust
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१२२ । सिम - मासावणाधिनी
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सूत्रम्। सूत्राङ्क। सूत्रम्। । सूत्राङ्क। शृवन्देरारुः ॥ ५-२-३५ ॥ श्रविष्ठाषाढा० ॥६-३-१०५॥ शेपपुच्छला० ॥ ३-२-३६ ॥ श्राणामांसौ० ॥ ६-४-७१ ॥ शेवलाद्यादे० ॥ ७-३-४३ ॥ श्राद्धमद्य० ॥ ७-१-१६९ ॥ शेषात्परस्मै ॥ ३-२-१०० ॥ श्रितादिभिः ॥ ३-१-६२ ॥ शेषाद्वा ॥ ७-३-१७५ ॥ श्रमच्छमी० ॥ ७-३-६८ ॥ शेषे ॥ २-२-८१ ॥
श्रुवाऽनाङप्रतेः॥३-३-७१ ॥ शेषे ॥ ६-३-१ ॥
श्रुसदवसभ्यः ।। ५-२-१ ॥ शेषे भवि० ॥ ५-४-२० ॥
श्रुमुद्रुप्र० ॥ ४-१-६१ ॥ शेषे लुक ॥२-१-८॥ श्रेण्यादिकृता० ॥३-१-१०४॥ शोकापनुद० ॥ ५-१-१४३ ॥ | श्रोतियाद० ॥ ७-१-७१ ॥ शोभमाने ॥ ६-४-१०२ ॥ श्रोत्रौषधि० ॥ ७-२-१६६ ॥ शो व्रते ॥ ४-४-१३ ॥
श्रो वायुवर्ण ॥ ५-३-२० ।। शौनकादिभ्यो० ॥५-३-१८६॥ । श्रोतिकृवु० ॥४-२-१०८ ॥ शौ बा ॥ ४-२-९५ ॥ श्वदिभ्यः॥ ५-३-९२ ॥ नश्चातः ॥४-२-९६ ॥ लाधनुस्था० ॥ २-२-६० ॥ नास्त्यो क् ॥ ४-२-९० ॥ शिलषः ॥३-४-५६ ॥ श्यः शीद्रव० ॥ ४-२-९७ ॥ श्लिषशीळ ॥ ५-१-९॥ श्य शवः ॥ २-१-११६ ॥ श्वगणाद्वा ॥ ६-४-१४ ॥ श्यामलक्षणा० ॥ ६-१-७४ ॥ श्वन्युवन्म० ॥ २-१-१०६ ॥ श्यावारोकाद्वा ॥७-३-१५३।। श्वयत्यसूवच० ॥ ४-३-१०३ ॥ श्येतैतहरति० ॥२-४-३६ ॥ श्वशुरः श्वश्रू० ॥ ३-१-१२३ ॥ श्यैनंपाता० ॥ ६-२-११५ ॥ श्वशुराद्यः ॥ ६-१-९१ ॥ श्नः शृतं हविः ॥४-१-१००॥ | श्वसजपवम० ॥ ४-४-७५ ॥ श्रयेः प्रयोक्रक्ये ॥४-१-१०१॥ श्वसस्तादिः ॥ ६-३-८४ ॥ अवणाऽश्व० ॥ ६-२-८ ॥ श्वसो वसीयसः ॥७-३-१२२॥
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