Book Title: Siddhhem Balavbodhini Part 02
Author(s): Mahimaprabhsuri
Publisher: Mahimaprabhvijay Gyanmandir Trust
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૬૨૦ ) સિદ્ધહેમ – બાંલાવમાધિની
सूत्राङ्कः ।
सूत्रम् । शकः कर्मणि ॥ ४-४-७३ ॥ शकधृषज्ञा० ॥ ५-४-९० ॥ शकटादण् ॥ ७-१-७ ॥ शकलकदमाद्वा ॥ ६-२-३ ॥ शकलादेर्यञः ॥ ६-३-२७ ॥ शकादिभ्यो० ॥ ६-१-१२० ॥ शकित किचति० ॥ ५-१-२१ ॥ शकृत्स्त० ॥ ५-१-१०० ॥ शकोऽजिज्ञा० ॥ ३-३-७३ ॥ शक्तार्थवषट्० ॥ २–२–६८ ॥ शक्तार्ह कृत्याश्च ॥५-४-३५॥ शक्तियष्टे० ॥ ६-४-६४ ॥ शक्तेः शस्त्रे ॥ २-४-३४ ॥ शङ्कत्तर-च ।। ६-४-९० ॥ शण्डिकादेर्ण्यः ॥ ६-३-२१५॥ शतरुद्रात्तौ ॥ ६-२-१०४ ॥ शतषष्टेः ॥ ६-२-१२४ ॥ शतात्केव० ।। ६-४-१३१ ॥ शतादिमासा० ॥७-१-१५७ । शताद्यः ६-४-१४५ ॥ शत्रानशावे० ५-२-२० ॥ शदिरगतौ शात् ॥४-२-२३॥ शदेः शिति ॥ ३-३-४१ ॥ शनकादिभ्यों० ॥ ६-३-१८६ ॥ शन्शद्विशतेः ॥ ७-१-१४६ ॥
सूत्राः । शप उपलम्भने || ३-३-३५ ॥ शपभरद्वाजा० ॥। ६-१-५० ।। शब्दनिष्क० ॥ ३-२-९८ ।। शब्दादेः कृतौ वा ॥३-४-३५॥ शमष्टकातू - ण ।। ५-२-४९ ॥ शम दर्शने ॥ ४-२-२८ ॥ शम नान्यः ॥ ५-१-१३४ ॥ शम्या रुरौ ॥ ७-३-४८ ॥ शभ्या लः ॥ ६-२-३४ ॥ शमसप्तकस्य श्ये ॥४-२-१११ ॥ शयवासिवासे० ।। ३-२-२९॥ शरदः श्राद्धे वा ॥ ६-३-८१ ।। शरदर्भकृदी० ॥ ६-२-४७ ॥ शरदादेः ॥ ७-३-९२ ॥ शर्करादेरण ॥ ७-१-११८ ॥ शर्कराया इक० ॥ ६-२-७८ ॥ शलालुनो वा ॥ ६-४-५६ ॥ शशे श वा ॥ १-३-६ ॥ शसोता - सि ॥ १-४-४९ ॥ शसो नः ।। २-१-१७ ॥ शस्त्रजीवि० ॥ ७-३-६२ ॥ शाकटशा- त्रे ॥ ७१-७८ ॥ शाकलादकञ् च ॥६-३-१७३॥ शाकीप-श्व ॥ ७-२-३० ॥ शखादेर्यः ॥ ७-१-११४ ॥
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