Book Title: Siddha Siddhanta Paddhati
Author(s): Kalyani Mallik
Publisher: Poona Oriental Book House Poona

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Page 128
________________ मिक्षाहाररतः कचित् कचिदपि प्राप्नोति भोगास्पदम् । सर्वत्राप्रतिबद्धवृत्तिरखिलक्लेशापहा योगिराट् ॥७२॥ श्रीमद्गोरक्षनाथेन सदामरौघवर्तिना। लयमंत्रहठाः प्रोक्ताः राजयोगाय केवलम् ॥७३॥ कायेनैव परीक्षेत वाकपटुः किं करिष्यति । चिकित्सापाठमात्रेण रोगिणः किं करिष्यति ।। ७४ ॥ ॥ इति श्रीमद्गोरक्षनाथविरचितंअमरौघप्रबोध सम्पूर्णम् ॥

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