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tall ranges of very high mountains piercing the skies. By the brilliance of this light, dark caves, and intensely dark localities are made perfectly visible like an Āmalaka fruit (fruit of Embelic Myrobalans) resting on one's palm, Worthy Jamali! The eminent soul in whom this divine illumination has appeared, cannot, in any way, be concealed, I think it absolutely worthless to discuss whether you are a Kévalın or not. I am only asking you two questions, now answer me viz 1. Is this Loka, śāśvata
नगरस्स बहिया चदोयरणसि चेइयंसि एणेज्जगस्स सरीरग विष्पजहामि, २ ता एणे० मल्लरामस्त सरीरग अणुप्पत्रिसामि पल्ल० २ एकवीस वासाई दोच्च पउटुपरिहार परिहरामि, तत्थ णजे से तच्चे पउट्रपरिहारे से ण चंपाए नगरीए बटिया अंगमंदिर चेइयंसि मल्लरामस्स सरीरग विष्पजहामि मल्ल० मंडियस्स सरीरंग अणु'पविसामि मल्लमंडि० २वीसं वासाई तश्च पउट्टपरिहार परिहरामि, वन्द णजे से चउत्थे पउट्टपरिहारे से ण वाणारसीए नगरीए बहिया काममहावणंसि चेइयंसि मंडियस्स सरीरंग विष्पजहामि मंडि० २ रोहस्स सरीरगं अणुप्पविसामि रोह० एकूणवीसं वासाई य चउत्यं पउट्टपरिहार परिहामि तत्थ णजे से पंचमे पउट्टपरिहारे से ण आलमियाए नगरीए बहिया पत्तकालगसि चेइयंसि रोहस्स सरीरंग विष्पजहामि रोह० २ भारहाइस्स सरीरंग अणुप्पविसामि भा० अट्ठारसवासाई पंचम पउट्टपरिहार परिहरामि, तत्थ णजे से छ? पउट्टपरिहारे से ण वेसालीए नगरीए बहिया कांडियायणंसि चेइयंसि भारइयस्स सरीर विप्पजहामि भा० २ अजुणगस्स गोयमपुत्तस्स सरीरग अणुप्पविसामि अ०२ सत्तर वासाई छ? पट्टपरिहार परिहरामि तत्थ जे से सत्तमे पउट्टपरिहारे सेणं इहेव सावत्थीए नगरीए हालाहलाकुंमकारीए कुंभकारावणंसि अज्जुणगस्स गोयमपुत्तस्स मरीरग विप्पजहामि अज्जुणगस्स २ गोसालस्स मंखलिपुत्तास सरीरगं अलं थिरं धुवं धारगिज सीयसहं उण्हसहं खुहासह विविह दंसमसगपरीसहोवसग्गमहं थिरसंघयण तिकटु तं अणुध्पविसामि तं. २ तं
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