Book Title: Samavayanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni
Publisher: Jaiselmer
View full book text
________________
मोमलसीसरायमीमीरात्रिकानपचपर्वतकीसारमानारकीय शालीसममामलसाराचिदिवस शाकाष्टादिनिकीमय:बीज किणायमसूर्यवासयकवादिननिकमुक्तननायक सतीयाबिईविना दक्षिणककाविसमुश्मा हिमपएकरामधारासाम बमासनतरायणाजकण दिवसघटाहायशनिवारीयाकमासमुहदायालायकत्रास सर्वबाह्य मामलुमिहामकरसंक्रातिहाभूयागीदाद मामांझलासकीएकसायादमसिविविश्सागदिवसाधीयारा विवक्षश्नाव्य
हताश्याणिवतरमप्रसिहतांसरिरधाश्चरतिक्षशिकणकवाताणसरियदानम्मासंश्यमाझिाया निस्मणीरविनिमणीयमानप्रावतच गकमुजननायकमनीयावासीयसागरननीनमक्षेत्रराविघटानी एक मुर्तीपकसवीयाविविश्लागारात्रिघ घकरावालीसमें मामलायनकन दिसनमदतदिवसनसिनवारीसूर्यधारवासमसवाह्य माया दिनपरिंदिवसवारीयानासम
मामलाइदिवसाधासकारावित्रीसा कशसूर्यनारायणाचालन। मायकमुशनरात्रिषदिवसवध लीसतिम मंडलागतमासीइंगसहिसागेमुजतस्मरणिरक्तश्णधुतादिवसरवतस्मप्रतिदिन जगमकरसांध्ययालीसनामांकन दिवानियासीमापनलिया।'
त्रीजासमान - पाबल्यासागर प्रवासाध्यसागरापादि नादिनासिकासलदेवानाप
सुषमऽख वसवध॥ नापणीश्रवसप्पिणीम
मनामARN
नाणमश्यिचारधतिअसणंश्रमाकोसलिएमीससिप्पिणीयतयाण्समाएपछिमेनागप
GUनयासीयमईमासयसनव्यासीपश्वद्यामचीमाप्रशमाहिनावात कायापश्चातया श्रमणसगर्वस श्रीमहावीरयणीमवर्षिणीन २३व्यक्षिकम्प गायकइसघया।सर्वशीणघया।प्रादिनाघनमापकतापविण चाधासमान घमसुषमसमानयाल्पना गए वर्षसादाश्रामसवाकायलमयासीपरवधाकानीमचरमरहिमपबचश्मलागमप कुणामयामापरण्ईमासईपखवामे
सावानापछाकामावशिवारासंझणकालन्यूसिक करणानश्यमाससिसहिकालावीविकतेडावसहरकाम्यहीण समसगर्वमहावीरमासना म्पगईयायकज्ञानिध्याासबषेषीक्षणव्यायालश्री महावीर दाववनासर्वरक्षदीपावयाास्वावसासुरवपोम्पा।। माकायापीमणवर्षसाटाग्रामासगलइनव्यासापरववामगय श्यकावासमधामसरीपांचममचारलागयरसावाजाmazin
सपिणी मीसमायनिमेसागराहणणाईरहमासेहिंससहिकालगनेवातिककासबउरक

Page Navigation
1 ... 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248