Book Title: Samavayanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni
Publisher: Jaiselmer
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यात्राकमावaarनववकीयागबध्यामक निकायका राईसेमरक्षा यसकारयालिबासमा सघय
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मानकदेवयानी बक्षिसाचवणनदिएसेसाणवित्राउ गाकरिमाणि जावमाशिटानि कातिविदासंघणि गोविसंघय क लमबसना मर्केटनवामिवियाममहामसेमाराधकहीयामपसनपाटपावकतेपीनामहविण बानी कजिहादीधातमकालिकासंघयायnanal संघयाणकामासं लहाजावक रुपलमा शवाबाजनकपनमोराचरकालिकासहित जमनारायसवासिहजिहाहाकांचनवाया यणसुस्विबंधवि संघयसमक्टसहिताचोघहनारायणकपासमक्केटबधबामकालिका सलादिकमीसवाइके किसकहतीपा नापतिकबाबीसीnanaमकालि.कासिंघयायसवि.संयुक्तमाहिंकारल.
कामपाम्पात संवा एननाaaरामललारायणासघटाणसित्तगाराटासघंटा नाराटासययणे हतारोमा कालियास जेव्ह सासंघयारिखनारकीयाश्रीसंघयावनिक बसिहक्ति से पानी नहीं सिराधम स्नायुमा जननमारकी प्रकांत या सतिदेवमानारकीकरसंघयतामारक घणमाहिनार की निमारकाम मानहाटीमा नोटाडमिन माहिकहमसंघयायामाच्यासगवतकबाह गीत कानयकईसंघय कानःस्विदा ।
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शरीरपणश्परिणामा साअप्रिया पाएछा असतानाम अमणामति तिमिसंघटाएनाएपरिणामति सामाकिसंघटन बन संघयणमाहिसंघयणी अस्बिहार याववादास्नायुमाटी असुरऊमारना जेवयुजलमना मनोतिराम तहनाई।
नधीनिराकतानाहीमाजालनही माजालनधी हधकरतीवनसाकातत्रिय।
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ने बदसंघयणा अमघायणी नदालाबछिराकादाजपायलाइ हाकीतापिटामगुस्सा माणालिशमा तितमित्र

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