Book Title: Samavayanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni
Publisher: Jaiselmer
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च्यायसप्रेयोन
वेश्यण
जशीनानदीनपासईम नई पासयांच सध्यो-श्रामवासनामामाबिश्वना ना ।
जनमेधाज्ञा यारसगावधपणमि कम विषा
माविकपणका । गांववाहिमजायणसथानइतरांधतारिशमामयसयामशेण पं.श्रणयपाणयसुगादिसुकम्पध पारसई विमा श्रमणमा पस्वानामगर्व महावीरमा यारस मपदा केवाब वाईकरीमहिनजेमनु नकद्यार
तमा
वादीनी॥ ऊ बादी।
पचमरसवनपत्या नारिविमाणसयासमणस्मगधमाधारिसतावादीसदेवमणुधासुमिमलोगम्मियातेश्रपर मादायारसायन किलोकहनांविषअपराजिकिरमाजीम्या अनिमात्ररि माटीयार चाचयात्रा
सुगर मेवाणी
बीना याभिशविदेस्ट जाया पक्ष्वी कृष्टी वादीनीसंपदाई सनम सेधनुषा विधीसविजयमा दाकासावरका पर्वतमान जिजर
मिसाणयहोसियाधादिसंपयाकलाप अमितेणंअरहानपंधमाधणुसयामचन्नण कला सग वस्कार मचक्र मईपासवाच्यारस योजनचासनईसीसामीतो पण ण्वक्षस्कारनिवधामीनसयामधव्यारसं वर्षधरक। वरो रानादि हामहानधनश्पासमंदरमरुनापासझपांपाचयाज दरगान मासूमिमांदियभानेपासपोचमगा हायेहिम
ििमनामसमया ।
अवधपणपणकिया। सनचल शवरक राराटानदीवमेदवायचयंतणं पंजोएसचाईचतेशपिंधनमा असयाचवेशपत्रमा सके श्रपञ्च मा वैसाक्षिकाले गिरिसकपरिककिराकर साइकिकपबतम्मनावर्षपश्ऋम्पतिश्प्यादिमा रिहा अणुसयावह पाचपाचसा
मनचावपy सलमहविषपाचा संयोजननिरंकसयापिऊ छजनासो
काग
जपणकद्या वर्णवरकारच्या सायानसाधना विणवासकूडावर जोधाणसयाघमवालगणमूसमायणसयाविवरण असतणंभरमा वनोनावला मरविणाबरकारकमहरिवरित कावकावत युएसयारंबईच्छते/मजायणस्याऽविश्कलेवनिया
जनरणकाबलम्वका यकीयणमयाइविसंतणयाउलगातार

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