Book Title: Samavayanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni
Publisher: Jaiselmer

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Page 209
________________ एजवाणाचनवाटलनमाक्षरिदिनांकालादिकत्वमवसनविदमानरकमालीगासमकसलासुरकुमारमात्तबगान श्णीय वला हवाबामधनिदिल्कुिश्वासलपुर नयतीवाश्रावासकामलकिहासम्म यूलान सुस्वान संस्वितबज्ञयावाशधसूर्थर विषाद सिसाकई मनतासघातुमानरकास गावकहना धरमप्यसंगसंविधाकामसहारणा पशुसानाशासुध्याहो शिवतियागसतप्रसुस्कारावासाय गोय शणी। स्नपत्ता विवीय मसीसह अागलिए यमलहराकलापनसीसहस्रयानम सहयोवगालीनई हविपणि य मनशा कलाषा जापानमनबहान मोहिमपरि अनलग परिमकान का। यक माइतीसगरयणसावीसीवहारजोधरणसहस्साबाहोमवमिंगकारामनगाहेनादेना सरबजाजनलगा दीना मध्य रातशिसहसयाजमअधिक हो। रनपसाष्टविधीनमविषा असुरकमारनामातसहस्त्रापतिलञ्चोस। विधा यकलाघया जनन विषा चनसहि विलायसवनावासनसुश्ऊमारनाकया। ला वोटया सहस्सोहामानहरेमायण साहायताणासायनसहिंसुरकमारावाससयसदा सहसवनपती बाहरि तीघरमहिम रविशकरकािकिाकमलमाहितीकनिकमणीपानीमयकीनंतरालसम्मानमकीमासूर नासवनघर वाला। साचनीया कामासानश्सरवानसखिन यहवाविषलविस्तीसगसीरधनीरवासपरिवारवाई। 2. निमवनमज्ञानपरिविकालदेवि संकधिनताब। ऊन स्मानणाजावितातोवरेसा अहेपोएटरकणियासंवासंठिताशतिरayaगसीररकातफ तशतविचिपालिबयस्ता दारगोषरतिगापुरधारतेषतानीनगरनीतिश्नाकमाझ तावत्यापायानांषवानामधामसनसिहामुसंहिपहर तासहित। वग्रहालकांगनवपरायथा तालिमारasसिमजतिवाशमाहिल्यास विशमधामससामाणसानमारायचीमाटीका जहन। विशवश्किानगरनबन लादेनासाविषझावायाम्पस्यानकाहनामधापाषाणसमयलावीन करीपरिवारिताका निक्विालंयावहाधनमाय॥ जन्तु नम ध्यापरकट लिहाप्रहालयरियदारगोहरामतोरणय विवाहासाटासपुसमुसंहिसयघिपरिवारिवारिता

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