Book Title: Samavayanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni
Publisher: Jaiselmer

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Page 193
________________ सर्वशषिकर्माधकीनधीमनमकिमतपकरीनरातिशिवननमा रातोयानाकीसुश्वविधाकनक्षिणवी मकरधनविन छामतन्त्ररक्षणधूणियतित्पबांध्याकन्धविशवमिहालेणलिब जेमकहानिहलिखीमयमा नियमा क्रम। लयुक्तस्पधासाधनधानहकमम ॥ बिमारको तयणधिनिरिणयवधकलेसाहतस्वाधिजधागोयाशिवागाणसालसंकमणिया क्रियावतखDREnaramsutfANEn तयारधाम यश्वासा कमाविषज्ञ नुकंपादयानावण सेरमपयोगमापारण सनसासन एरवी निघयसमन हिसंचाईटासमता हवासाक ननरनविषा समिनिनिसाक के कशसरिसध्यासाय करीतिकालेतिविकालम मतिानमानिछहसा साधादरहि माघामुरखनन माहारपण हवाबासुरवहaaबजनइविषऽनतिवृहिदेवानीनय तयाणा नास्य सचिसकरानादेनियसकल्पा जिमबोधिल करीनदे द णकारापहात उपातिदा तववहालसुसाजसुसुविहि अणुकंपामयपलिकानमतिविनइसतयारणापयामासहितसहनीसे। होकहीय पकष्ट जशनमयश्वानिशयम मस्पयधिकमिश्दाय नरदेहसात जिमगाइएकोपर पराईमा जिमपरसीकर नहसंसा२ मलापरली परिणाम याणीकरोइपयोगपयागनई साधकलकाकानाबानाय समारसाश मारकरखें। मध्यनशनी वगदायकोदानन्यापारमापकाइ8 जानवाधिलासत्यजीवामकरानामनुष्य। घबनीसमाहिकायणदिसंबी वसायका जन्म सतिपरिण माणिधियमतीपयविकर्णपयोगसुशाजाहनियतिवाहिलासययमितीकतिमाजिर मक तिर्थ माविषजीवन लिविस्तीर्ण रियलियरिवाकया क्रमामिप्यानमण अकानहीनन चलाकरविषयमनरत -दिलहन दस्तायचिगमनजीवनमाक्षिकनानककार मोलमततेकरीसं की एसिक मानधकार जमादिषतिबंध सनकणधिनमा ऊनागBिU समवसंघलजिहानाशवान बबलीकरनाNNEIरकलकाममणकराया याविषादान जहानारभूत्यनारयदान टाहिरियसुशागमणविपुलपरिचयतिसयविसात पाकमिनसेलकमंत्रणातकार विरकहनम तमा नरामराया नितमसंक्षासितामरामसमजा महामालश्कवाय अनंताबबंधादिकतेदन काधा लीसंसारसमुपहननन॥ यह संदaal काविवकरीविलाडक्वेचक्रवातानलनमोल मानमायालामतनाणस्वापदमगरादिकपको प्रमाश्रिनामादिनसीमा भारसाग संसार मम्प्रत्यारोपन निहीं। नवदयमा हराकर समुह सो पत्यक AN ताऊरमशाओणिसंशिवकवात सोनसकासाथसादयपयंड प्रणातियmaaसंसारमा

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