Book Title: Safal Hona Hai to Ek Tir Kafi Hai Author(s): Chandraprabhsagar Publisher: Jityasha Foundation View full book textPage 6
________________ PLAY छलांग भी | लगानी पड़ती है.। STOP महान जीवन-द्रष्टा पूज्य श्री चन्द्रप्रभ की लोकप्रिय पुस्तक 'सफल होना है तो...' जहाँ युवापीढ़ी को नया विश्वास और नई दिशा प्रदान करती है, वहीं बुजुर्गों की बूढी हो चुकी चेतना को फिर से ऊर्जावान बनाने की अलख जगाती है। यह एक ऐसी किताब है जो यह बताती है कि सही निशाने के लिए एक ही तीर काफी है, अगर वह सही जगह लगे तो। मामला चाहे केरियर-निर्माण का हो या व्यक्तित्व-विकास का, पारिवारिक परिवेश का हो या व्यापारिक, यह पुस्तक आपको आपके हर क्षेत्र में सूरज की रोशनी प्रदान करती है। इस पुस्तक का हर पन्ना ही नहीं, वरन् हर पंक्ति आपको आपके जीवन की ऊर्जा और उजास देती है । पुस्तक का हर शब्द उतना ही कीमती है जितना कि आपके लिए आपका केरियर-निर्माण । श्री चन्द्रप्रभ की यह प्रेरणा आपके भीतर एक नई चेतना जगा सकती है कि काम करने वालों के लिए काम कभी खत्म नहीं होता the way of success Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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