Book Title: Pyara Khartar Chamak Gaya
Author(s): Manoharshreeji
Publisher: Jin Harisagarsuri Gyanbhandar

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Page 17
________________ जिलाधीश गणमान्य व्यक्ति, धाराप्रवाह रसपान किया जेन जैनेतर बड़ी संख्या में, गुरूदेव का गुणगान किया ५८ ___ केशलुचनसाधुविधि समझाने पूज्यघर पटस्थित किया केशलचन धन्य २ मुनिका जीवन, दर्शक जनता कृत अनुमोदन ५९ चातुर्मास अवधि में विभिन्न प्रान्तो से आए दर्शनार्थी बाड़मेर के जैन बन्धु थे भाग्यशाली सेवा प्रार्थी ६० अभिनन्दन समारोहअखिल भारतीय महासंघ अध्यक्ष जवाहरजी राण्यान मंत्री दौलतसिंहका विराट् सभा मध्य किया सन्मान ६१ ऊँट आकृति मानपत्र श्रीसंघने सादर मेट किया अध्यक्ष मंत्रीजी गुरुवर से, आशिर्वाद वासक्षेप लिया ६२ जोधपुर से संघ ले आये, बलवन्तराजजी भंसाली मालू पारख साथ में लाये गुरुदर्शन किये पुण्यशाली ६३ दर्शनार्थ संघ ले आये, बाडमेर संघ सन्मान किया अमिनन्दन पत्रक कर अर्पित, आयोजन को सफल किया ६४ पर्युषण पर्वअवर्णनीय उत्साह संघ में, पर्वाधिराज जब आया व्याख्यान वाचस्पति कृत वाचन कल्पसूत्र ने सुमाया ६५ अभूतपूर्व तपश्चर्यातपस्या की तो झड़ी लगी थी, मासक्षमण हुवे चार अर्धमास की संख्या उन्नीस, त्रयोदश छव्वीस करनार ६६ एकसौ दश थे दश उपवासी, नौ किये प्रण एक पचास अट्ठाई तपस्वी अव्यासी, कैसा सुन्दर चौमास ६७ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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