Book Title: Pyara Khartar Chamak Gaya
Author(s): Manoharshreeji
Publisher: Jin Harisagarsuri Gyanbhandar

View full book text
Previous | Next

Page 1
________________ जिनहरिसागरसूरि शान-प्रकाशन-१३ प्यारा खरतर चमक गया प. पू. गुरुदेव, प्रज्ञापुरुष अनुयोगाचार्य श्री कान्तिसागरजी म. सा. की पावन निश्रा में संयोजित बाडमेर से पालीताणा पदयात्रा महासंघ का पद्यबद्ध विवरण संघ प्रस्थान बाड़मेर से ता. ३१-१-१९८० संघ प्रवेश पालीताणा ता. २३-३-१९८० : रचयित्री : शासन दीपिका, छत्तीसगढ़ रत्ना विदुषी आर्या श्री मनोहर श्रीजी म. सा. : अर्थ सहायक : विदुषी आर्याश्री विचक्षणश्रीजी की शिष्या विदुषी आर्याश्री अकलश्रीजी के सदुपदेश से--- ५००) श्री जैन श्वे. खरतरगच्छ संघ, जोधपुर : प्रकाशक : . श्री जिन हरिसागरसूरि शान भंडार जिन हरिविहार, पालीताणा ३६४२७० वि. सं. २०३७ प्रत २००० वीर सं २५०६ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 44