Book Title: Pyara Khartar Chamak Gaya
Author(s): Manoharshreeji
Publisher: Jin Harisagarsuri Gyanbhandar

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Page 44
________________ 34 राष्ट्रवादी समाजवादियों की नजरों को खोल रहा धर्मवादी अनादि कालिन परम्परा को बोल रहा 353 जैनेतर के जीवन मे भी जैनत्व का संस्कार चढ़ा तीन संघपति है अजैन भी पदयात्रा का भाव उमड़ा 354 प्रभावक परिचय जिन पथ का लाखों लोगोंने जाना पुनीत संघ यात्रा कीये अमर गाथा हरदम माना 355 आर्यत्व का संस्कार जगाने मंगल घंट बजाया है जन से जिनपद पाने का पावन संदेश सुनाया है 356 समापन प्रातः स्मरणीय पूज्येश्वर का प्रेरक आशीर्वाद मिला आपके शिष्य पूज्य मणिप्रभजी से अनुभव वर्षात मिला 357 मनोहर अभिव्यक्ति महासंघकी सश्रद्ध समर्पित स्वीकारे दो हजार सैतीस शुक्ल चैत्री सातम दिन रविवारे 358 ऐतिहासिक विराट् आयोजन निर्विघ्न संपन्न भया कान्ति गुरुवर की क्रान्ति से प्यारा खरतर चमक गया 359 Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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