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अज्जवया अज्झाय
अज्जवया स्त्री [ आर्जव ] ऋजुता । अज्जविय न [ आर्जव ] सरलता । अज्जा स्त्री [ आर्या ] साध्वी । पार्वती । आर्या छन्द । भगवान् मल्लिनाथ की प्रथम शिष्या । पूज्या स्त्री । एक कला । अज्जा स्त्री [ आज्ञा ] आदेश । अज्जाय वि [ अजात ] अनुत्पन्न | अज्जाव सक [ आ + ज्ञापय् ] आज्ञा करना । अजिआ स्त्री [आर्यिका ] पूज्या स्त्री । संन्यासिनी । माता की माता । पिता की माता ।
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
ड्ड वि [] दिया हुआ । अज्जिण देखो अज्जणण | अज्जीव देखो अजीव । अज्जु (अप) अ [ अ ] आज । अज्जुअ (शौ) देखो अज्ज = आर्य । अज्जुआ (शौ) देखो अज्जा = आर्या । अज्जुण पुं [अर्जुन ] तीसरा पाण्डव । वृक्ष - विशेष | गोशालक के एक दिक्चर (शिष्य) का नाम । न श्वेत सुवर्ण । तृण विशेष । अर्जुन वृक्ष का पुष्प |
} [अर्जुनक ] एक माली का
नाम ।
अज्जुणग अज्जुणय
अज्जू स्त्री [आ] सास ।
अज्जोग देखो अजोग = अयोग । अज्जोरुह न [दे] वनस्पति- विशेष । अज्झक्ख वि [अध्यक्ष ] अधिष्ठाता । अझ ' [ दे] यह (पुरुष, मनुष्य ) 1 अज्झत्त देखो अज्झप्प | अज्झत्थ वि [दे] आगत । अज्झत्थ
न [ अध्यात्म] आत्मा में, आत्मअज्झप्प विषयक | मन में, मन-संबंधी । मन, चित्त । शुभ ध्यान । पुं आत्मा । 'जोग
[योग] योग- विशेष, चित्त की एकाग्रता । 'दोस पु' [° दोष ] आध्यात्मिक दोष - "क्रोध, मान, माया और लोभ । 'वत्तिय वि [प्रत्यधिक ] मन से ही
उत्पन्न
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होनेवाला शोक, चिन्ता आदि । विसोहि स्त्री [ विशुद्धि ] आत्म-शुद्धि | संवुड वि [संवृत] मनोनिग्रही । सुइ स्त्री [श्रुति] अध्यात्मशास्त्र, आत्म-विद्या, योग- शास्त्र | सुद्धि स्त्री [शुद्धि] मन की शुद्धि | सोहि स्त्री [शुद्धि] मन::-शुद्धि |
अज्झत्थिय वि [आध्यात्मिक ] आत्मा या मन से संबंध रखनेवाला ।
अझथीअ देखो अज्झत्थिय ।
अज्झप्पिस वि [आध्यात्मिक ] अध्यात्म का जानकार | अध्यात्म-सम्बन्धी । अझ वि [दे] पड़ोसी । अज्झयण पुंन [ अध्ययन]
शब्द, नाम ।
पढ़ना, अभ्यास । ग्रन्थ का एक अंश । अज्झयाव सक [ अधि + आप ] पढ़ाना | अज्झवस सक [अध्यव + सो] विचार करना । निश्चय करना । चिन्तन करना | अज्झवसण
न [ अध्यवसान ] चिन्तन, विचार, आत्म- परिणाम |
अज्झवसाण
अज्झवसाय पुं [अध्यवसाय ] विचार, आत्मपरिणाम, मानसिक संकल्प | अझवसिय न [] मुंडा हुआ मुँह । अज्झसिय वि[दे] दृष्ट ।
अज्झस्स सक [ आ + क्रुश ] आक्रोश करना, अभिशाप देना |
अज्झस्स वि [आक्रुष्ट ] जिस पर अज्झस्सिय । आक्रोश किया गया हो वह । अझ वि [अत्यधिक ] अत्यंत । अज्झा स्त्री [ दे] कुलटा । प्रशस्त स्त्री । नवोढ़ा | युवती स्त्री । यह (स्त्री) । अज्झा सक [ अधि + इ ] अज्झाअ अज्झाअ सक [ अध्यापय् ] पढ़ाना । अज्झाइअव्व वि | अध्येतव्य ] अज्झाय पुं [ अध्याय ] पठन | अंश ।
करना ।
पढ़ने योग्य । ग्रन्थ का एक
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अध्ययन
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