________________
43.
44.
(28)
धेणु (स्त्री.) (धेणु+ण, णं) = घेणूण, घेणूणं (षष्ठी बहुवचन) बहू (स्त्री.) (बहू+ण, णं) = बहूण, बहूणं (षष्ठी बहुवचन)
इ-ईकारान्त, उ- ऊकारान्त (पु.)
इकारान्त, उकारान्त नपुं.) सप्तमी एकवचन 7 / 1 प्राकृत भाषा में अकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्दों के समान इ-ईकारान्त, उ-ऊकारान्त पुल्लिंग तथा इकारान्त, उकारान्त नपुंसकलिंग संज्ञा शब्दों सप्तमी विभक्ति एकवचन में 'म्मि' प्रत्यय जोड़ने पर दीर्घ स्वर का ह्रस्व हो जाता है और हस्व का ह्रस्व ही रहता है। जैसे
हरि (पु.) (हरि+म्मि) = हरिम्मि (सप्तमी एकवचन) गामणी (पु.) (गामणी+म्मि) = गामणिम्मि (सप्तमी एकवचन)
साहु (पु.) (साहु+म्मि) = साहुम्मि (सप्तमी एकवचन ) सयंभू (पु.) (सयंभू+म्मि) = सयंभुम्मि (सप्तमी एकवचन )
वारि ( नपुं.) (वारि+म्मि) = वारिम्मि (सप्तमी एकवचन ) महु (नपुं.) (महु+म्मि) = महुम्मि (सप्तमी एकवचन)
-
आकारान्त (स्त्री.)
प्रथमा एकवचन 1 / 1, सम्बोधन बहुवचन 8/2 प्राकृत भाषा में आकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के प्रथमा एकवचन व संबोधन बहुवचन में 'शून्य' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसे
कहा (स्त्री.) ( कहा +0) = कहा (प्रथमा एकवचन ) कहा (स्त्री.) (कहा+0) = कहा (संबोधन बहुवचन )
Jain Education International
प्राकृत-हिन्दी व्याकरण ( भाग - 1 )
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org