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6.
अकारान्त सर्वनाम (पु.)
षष्ठी एकवचन 6/1 प्राकृत भाषा में अकारान्त पुल्लिंग क, ज और त सर्वनामों के षष्ठी विभक्ति एकवचन में विकल्प से 'आस' प्रत्यय जोड़ा जाता है । जैसेक (कौन) (पु.) (क+आस) = कास (षष्ठी एकवचन) . अन्य रूप - कस्स (पुल्लिंग संज्ञा शब्द देव के अनुसार) ज (जो) (पु.) (ज+आस) = जास (षष्ठी एकवचन)
अन्य रूप - जस्स (पुल्लिंग संज्ञा शब्द देव के अनुसार) त (वह) (पु.) (त+आस) = तास (षष्ठी एकवचन)
अन्य रूप - तस्स (पुल्लिंग संज्ञा शब्द देव के अनुसार) नोट- हेमचन्द्र की वृत्ति के अनुसार आकारान्त स्त्रीलिंग का और ता सर्वनाम के षष्ठी विभक्ति एकवचन में भी विकल्प से 'आस' प्रत्यय जोड़ा जाता है।
आकारान्त सर्वनाम (स्त्री.)
षष्ठी एकवचन 6/1 का (कौन) (स्त्री.) (का+आस) = कास (षष्ठी एकवचन) अन्य रूप - काअ, काइ, काए (स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द कहा के अनुसार) ता (वह)(स्त्री.) (ता+आस) = तास (षष्ठी एकवचन) अन्य रूप - ताअ, ताइ, ताए (स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द कहा के अनुसार)
7.
अकारान्त सर्वनाम (पु.)
सप्तमी एकवचन 7/1 प्राकृत भाषा में कालवाचक शब्द क, त और ज सर्वनामों के सप्तमी विभक्ति एकवचन में विकल्प से 'आहे', आला' और इआ' प्रत्यय जोड़े जाते हैं। जैसे
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प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
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