Book Title: Prakrit Hindi Vyakaran Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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गन्ध = गन्ध गह = ग्रह गिम्ह = ग्रीष्म ऋतु गुड = गुड़ घड = घड़ा घर - घर घरसामि = घर का स्वामी चइत्त = चैत्र-मास चन्द = चन्द्रमा चमर, = चँवर चामर चलण = चरण चुण्ण = चूर्ण (पुं.,नपुं.) जइ = यति जण = मनुष्य जम = यमराज जस = यश जहिट्ठिल, = युधिष्ठिर जहुट्ठिल . जामाउ = दामाद झाण = ध्यान (पु. नपुं.) तक्कर = चोर तम = अंधकार तित्तिर = तीतर तित्थ = तीर्थ तित्थगर = तीर्थंकर तित्थयर = तीर्थंकर थम्भ = खम्भा दइच्च = दानव
दम्भ = माया दसमुह = रावण दसरह = दशरथ दाणव = दानव दावग्गी = जंगल की अग्नि दिअर, = देवर देवर दिवस, = दिवस दिवह दूसासण = दुशासन देव - देव धणू = धनुष (पु., नपुं.) नक्ख, = नाखून नह नमोक्कार = नमोकार नयण = नेत्र (पु., नपुं.) नर = मनुष्य नरिंद = राजा
= नाथ निव = राजा नेह = स्नेह पइ = पति पउरजण = नगर-निवासी पच्चअ = प्रत्यय पच्चूस = प्रातःकाल पज्जुण्ण = प्रद्युम्न पंडव = पाण्डव पण्ह = प्रश्न पन्थ = पथिक पयर, = भेद, प्रकार पयार
नाह
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
(171)
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