Book Title: Prakrit Hindi Vyakaran Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 189
________________ थुई दिट्ठि दिसा दुहिआ = पुत्री देवत्थुई = देव-स्तुति धत्ती = धाय- माता = धाय पण्णा पसिद्धी पडवआ पिउच्छा पिउसिया पुहई, बहिणी धारी = धाय धिई धैर्य, = धूआ पुत्री नट्टइ = नर्तकी पडिमा स्तुति दृष्टि : दिशा मुच्छा रति = राइ रिद्धि रेहा = (176) = = : प्रतिमा = || || = = = = = = = भइणी = बहिन भारिआ = स्त्री मच्छिआ महिला = = माइ = माता माउसिया = माता की बहिन = बेहोशी बुद्धि प्रसिद्धि प्रतिपदा, एकम पिता की बहिन पिता की बहिन पृथ्वी बहिन = धीरज = रात = रात = मक्खी स्त्री, नारी : वैभव रेखा Jain Education International लच्छी = लक्ष्म वट्टा, वत्ता = बात वणिआ वरिसा वे अणा सद्धा समिद्धी सहा सिट्ठी सि = = = = श्रद्धा = वनिता वर्षा पीड़ा समृद्धि = सभा = सृष्टि = शोभा सिरोविअणा = सिर की पीड़ा सेज्जा बिछौना = सेवा = सेवा हलद्दा, = हल्दी हलद्धी, हलिद्दी, हलिद्धा प्राकृत-हिन्दी व्याकरण ( भाग - 1 ) For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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