Book Title: Prakrit Hindi Vyakaran Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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नपुंसकलिंग - अमु (वह)
एकवचन
बहुवचन
प्रथमा
अह, अमुं (वह, उसने)
अमूई, अमूई, अमूणि (वे, उन्होंने)
द्वितीया
अमुं (उसे, उसको)
अमूई, अमूई, अमूणि (उन्हें, उनको)
तृतीया
अमुणा (उससे, उसके द्वारा)
अमूहि, अमूहि, अमूहिँ (उनसे, उनके द्वारा)
चतुर्थी व षष्ठी
अमुस्स, अमुणो (उसके लिए) (उसका, उसकी, उसके)
अमूण, अमूणं (उनके लिए) (उनका, उनकी, उनके)
पंचमी
अमुणो, अमुत्तो, अमूओ, अमूड, अमूहिन्तो अमूदो, अमूदु (उस से)
अमुत्तो, अमूओ, अमूड अमूहिन्तो, अमूसुन्तो ।
अमूदो, अमूदु · (उन से)
सप्तमी
अमूसु,
अयम्मि, इअम्मि, अमुम्मि अमुम्हि अमुंमि,अमुंसि (उसमें, उस पर)
अमूसुं (उनमें, उन पर)
(152)
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
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