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इकारान्त पुल्लिंग-हरि (हरि)
बहुवचन
विभक्ति प्राकृत
भाषा
शौरसेनी भाषा
मागधी भाषा
पैशाची
अर्धमागधी भाषा
भाषा
प्रथमा
हरिणो
हरिणो हरओ
हलिणो हलओ
हरओ
हरओ
हरओ
हारणा
हारणो
ही
हरीओ हरिणो
द्वितीया
हलिणो
हली
हरी
हरओ
तृतीया
हलीहिं
हरीहि
हराहि
चतुर्थी हरीण व षष्ठी हरीणं
हरीणंहलीणं हरीणं
हरित्तो
हरीदो
पंचमी हरित्तो
हरीओ हरीउ हरीहिन्तो हरीसुन्तो
हरीदु हरीहिन्तो हरीसुन्तो
हलित्तो हरित्तो हलीदो हरीदो हलीदु हरीदु हलीहिन्तो हरीहिन्तो हलीसुन्तो हरीसुन्तो
हरित्तो हरीओ हरीउ हरीहिन्तो हरीसुन्तो
सप्तमी
हरीसु . . हरीसु
हरीसु
हरीसु
हलीसु हलीसुं
हरीसु हरीसुं
|
हरीसुं
हरीसुं
हे हरउ
सम्बोधन हे हरउ
हे हरओ हे हरिणो हे हरी
हे हरओ हे हरिणो
हे हलउ हे हरउ हे हलओ हे हरओ हे हलिणो हे हली हे हरी
हे हरिणो
हे हरओ हे हरिणो हे हरी
हे हरी
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
(77)
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