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तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग)- वो, तुज्झ, तुब्भे, तुम्हे, उय्हे, भे, तुम्हे, तुज्झे (द्वितीया बहुवचन) तथा तुम्हे और तुझे भी होते हैं। (हेमचन्द्र की वृत्ति के अनुसार)
तृतीया एकवचन 3/1 34. प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के
तृतीया विभक्ति एकवचन में 'भे, दि, दे, ते, तइ, तए, तुमं, तुमइ, तुमए, तुमे, तुमाई' होते हैं। तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग) - भे, दि, दे, ते, तइ, तए, तुमं, तुमइ, तुमए, तुमे, तुमाइ (तृतीया एकवचन)
- तृतीया बहवचन 3/2 35. प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के
तृतीया विभक्ति बहुवचन में 'भे, तुब्भेहिं, उज्झेहि, उम्हेहिं, तुम्हेहिं, उव्हेहि' होते हैं। तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग)- भे, तुब्भेहिं, उज्झेहि, उम्हेहिं, तुम्हेहिं,
उव्हेहिं (तृतीया बहुवचन) तथा तुम्हेहिं और तुझेहिं भी होते हैं। (हेमचन्द्र की वृत्ति के अनुसार)
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पंचमी एकवचन 5/1 36... प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के
पंचमी विभक्ति एकवचन में 'तइ, तुव, तुम, तुह, तुब्भ तथा तुम्ह
और तुज्झ' के अन्त्य स्वर का दीर्घ करके पंचमी बोधक तो, ओ, उ, हि, हिन्तो और शून्य प्रत्यय जोड़े जाते हैं। तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग)तइत्तो, तईओ, तईउ, तईहिन्तो
तुवत्तो, तुवाओ, तुवाउ, तुवाहि, तुवाहिन्तो, तुवा प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
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