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(36)
षष्ठी बहुवचन 6/2
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के षष्ठी विभक्ति बहुवचन में राज के
ज का विकल्प से 'इणं' करके राइणं रूप बन जाता है।
रायाण, रायाणं,
राआण, आणं
रायाणाण, रायाणा
अन्य रूप
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तृतीया बहुवचन 3 / 2
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के तृतीया विभक्ति बहुवचन राज के ज का विकल्प से 'ई' करके हि, हिं, हिं प्रत्यय जोड़ दिए जाते हैं। जैसे
राज (पु.) (राई+हि, हिँ, हिं) = राईहि, राईहिं, राइहिं (तृतीया बहुवचन), अन्य रूप - रायेहि, रायेहिं, रायेहिं
एहि, राएहिं, राएहिं
रायाणेहि, रायाणेहिं, रायाणेहिं
पंचमी बहुवचन 5/2
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के पंचमी विभक्ति बहुवचन में राज के ज का विकल्प से 'ई' करके त्तो, ओ, उ, हिन्तो, सुन्तो प्रत्यय जोड़ दिए जाते हैं। जैसे
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राज (पु.) (राई+त्तो, ओ, उ, हिन्तो, सुन्तो) राईतो राइतो, राईओ, राईउ, राईहिन्तो, राईसुन्तो ( पंचमी बहुवचन)
अन्य रूप - (i) रायत्तो, रायाओ, रायाउ, रायाहि, रायाहिन्तो, रायासुन्तो, रायेहि, रायेहिन्तो, रायेसुन्ता
(ii) राअत्तो, राआओ, राआउ, राआहि, राआहिन्तो, राआसुन्तो, राएहि, राएहिन्तो, राएसुन्तो
(iii) रायाणत्तो, रायाणाओ, रायाणाउ, रायाणाहि, रायाणाहिन्तो,
प्राकृत-हिन्दी- व्याकरण (भाग - 1 )
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