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[ १४ ] प्रभु वीशमा जिनशया रे, माता वामादेवीना जाया रे,
अमने दरिशन द्योने दयाला-अहो ॥६॥ तु तो ललीलली लागु छु पाय रे, मारा उरमां ते हरख न माय रे,
अम मणेक विजय गुण गाय-अहो. ॥७॥
पारस नाम, पारस नाम, मेरे प्रभु का पारस नाम । है सुखधाम, प्रभु का नाम, मेरे प्रमु का पारस नाम ।
बामा नन्दन, कर्म मिकन्दन, जन्म निररंजन भव भय भंजन, भक्त जनों के मन अभिराम ॥मेरे०१।। है सुखकारी, पर उपकारी जगहित कारी, महिमा भारी निश दिन जपते तेरा नाम ।। मेरे०२ ।। कर्म सपाये, नाग बजाये, इन्द्रलोक में उन्हें पठाये, प्रभु ने पाया केवल ज्ञान ॥ मेरेः ।। हर एक दिल में नाप बिराजे, हर्ष बधाई घर घर बाजे, करे सभी मिल तेरा नाम ।। मेरे० ४ ॥ हम सब आये शरण तुन्हारी, विनती सुनलो नवथ हमारी, बसा है दिल में तेरा ध्यान । मेरे०५॥