Book Title: Murti Ki Siddhi Evam Murti Pooja ki Prachinta
Author(s): Sushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandir
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* लेखक * शासनसम्राट् - सूरिचक्रचक्रवत्ति - तपोगच्छाधिपतिमहाप्रभावशालि-भारतीयभव्यविभूति - अखण्डब्रह्मतेजोमूत्तिश्रोकदम्बगिरिप्रमुखानेकप्राचीनतीर्थोद्धारक - श्रीवलभीपुरभावनगरादिनरेश - प्रतिबोधक - परमपूज्याचार्यमहाराजाधिराज श्रीमद् विजयनेमिसूरीश्वरजी म. सा. के दिव्यपट्टालंकार - साहित्यसम्राट् - व्याकरणवाचस्पति - शास्त्रविशारद - कविरत्न - साधिक - सप्तलक्षश्लोकप्रमाणनूतनसंस्कृतसाहित्यसर्जक - बालब्रह्मचारी-परमपूज्याचार्य - प्रवर श्रीमद् विजयलावण्यसूरीश्वरजी म. सा. के प्रधान पट्टधर-धर्मप्रभावक - शास्त्रविशारद - व्याकरणरत्न-कविदिवाकर - देशनादक्ष - बालब्रह्मचारी - परमपूज्याचार्यवर्य श्रीमद् विजयदक्षसूरीश्वरजी म. सा. के सुप्रसिद्ध पट्टधरजैनधर्मदिवाकर-शासन रत्न - तीर्थप्रभावक-राजस्थानदीपकमरुधरदेशोद्धारक-शास्त्रविशारद - साहित्यरत्न-कविभूषणबालब्रह्मचारी-प्राचार्य श्रीमद् विजयसुशीलसूरि । श्रीवीरनिर्वाण सं. २५१४
-स्थलविक्रम सं. २०४४
श्री जैन नियाभवन नेमि सं. ३६
जोधपुर, राजस्थान भादरवा सुद १२, शुक्रवार, दिनांक-२३-६-१९८८
॥ शुभं भवतु श्रीसंघस्य ।।
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