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( १६ ) चोरासी आगम
आगमों की संख्या के सम्बन्ध में तीन प्रमुख मान्यताभेद हैं :१. ८४ आगम २. ४५ आगम ३. ३२ आगम २६ उत्कालिक, ३० कालिक, १२ अंग-७१. ७२ आवश्यक ७३ अंतकृद्दशा "अन्य वाचना का" ७४ प्रश्नव्याकरण ७५ अनुत्तरोपपातिक दशा ,, ७६ बन्ध दशा ७७ द्वि गृद्धि दशा ७८ दीर्घ दशा ७९ स्वप्न भावना ८० चारण भावना ८१ तेजोनिसर्ग ८२ आशिविष भावना ८३ दृष्टिविष भावना ८४ कल्याण फल विपाक के ५५ अध्ययन
पाप फल विपाक के ५५ अध्ययन
१ ये ७२ नाम नन्दी सूत्र में उपलब्ध हैं । २ ये ६ नाम स्थानांग सूत्र में है । ३ ये ५ नाम व्यवहार सूत्र में है। ४ यह पचपनवें समवाय में है ।
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