Book Title: Jain Vidhi Vidhan Sambandhi Sahitya ka Bruhad Itihas Part 1 Author(s): Saumyagunashreeji Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur View full book textPage 8
________________ जैन विधि-विधान सम्बन्धी साहित्य का बृहद् इतिहास • लेखन - पूज्या आगमज्योति प्रवर्तिनी महोदया श्री सज्जन श्रीजी म.सा.की सुशिष्या साध्वी सौम्यगुणाश्री • सम्पादन - डॉ. सागरमल जैन - प्रकाशक - प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर • श्रुतसहयोगी - श्री जिनकुशलसूरी दादावाडी बाड़मेर ट्रस्ट, मालेगांव फोन : 02544-257222 - प्राप्तिस्थल - (1) सज्जनमणि' ग्रन्थमाला टूल्स एण्ड हार्डवेयर, संजयगांधी चौक, स्टेशनरोड़, रायपुर 492009 (छ.ग.) फोन : 0771-2524183 (2) डॉ. सागरमल जैन प्राच्य विद्यापीठ, दुपाडा रोड शाजापुर (म.प्र.)-465001 सन् 2006 - मूल्य - 151/ आकृति ऑफसेट, 5, नईपेठ, उज्जैन (म.प्र.) फोन : 0734-2561720 मो. 98276-77780, 98272-42489 - वर्ष - - मुद्रक - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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