Book Title: Jain Bal Shiksha Part 2
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 15
________________ ( १० ) नवकार मन्त्र पढ़ते समय उसके अर्थ का भी विचार मन में करते रहना चाहिए। इससे मन एकाग्र हो जाएगा। - नवकार मन्त्र का जप करने से शान्ति मिलती है और मन में पवित्रता आती है। मन के पाप और दोषों को हटाने के लिए नवकार मन्त्र - जैसा दूसरा कोई मन्त्र नहीं है। बालकों ! तुम्हें भी सब झंझटों से अलग होकर, दिन में कम - से - कम दो बार भगवान की उपासना अवश्य करनी चाहिए। इसके लिए प्रातःकाल और सायंकाल का समय सबसे अच्छा है। अभ्यास १. उपासना किसे कहते हैं ? २. उपासना के लिए हमें किस प्रकार बैठना चाहिए ? ३. जप किस प्रकार करना चाहिए ? ४. माला फेरने की क्या विधि है ? ५. नवकार मन्त्र का जप क्यों करना चाहिए ? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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