Book Title: Jain Bal Shiksha Part 2
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 39
________________ आसमान के छोटे तारे, कभी न हम से अब तक हारे । कदम - कदम यदि हम बढ़ते हैं, शिखरों पर हम जा चढ़ते हैं ।। सबको है संघर्ष उठाता, व्यर्थ नहीं श्रम हरगिज जाता। दुनियां में सहयोग बड़ा है, स्नेह बड़ा है-त्याग बड़ा है। ( ३४ ) Jain Education International For Private & Personal Use Only .. www.jainelibrary.org.

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