________________
.
.
.
.
and
< < < ki away
१
अपूर्वकरण स्थूल कषाय सूक्ष्म कपाय उपशात कषाय क्षीण कषाय सदेह मुक्ति विदेह मुक्ति जैन गुणस्थान, बौद्ध अवस्थाएँ व वैदिक भूमिकाएँ योगदृष्टियाँ ओघदृष्टि व योगदृष्टि मित्रादृष्टि व यम तारादृष्टि व नियम वलादृष्टि व आसन दोप्रादृष्टि व प्राणायाम स्थिरादृष्टि व प्रत्याहार कान्तादृष्टि व धारणा प्रभादृष्टि व ध्यान
परादृष्टि व समाधि ३. जैन आचार-ग्रन्थ
५१-७९ आचाराग उपासकदशाग दशवकालिक आवश्यक दशाश्रुतस्कन्ध वृहत्कल्प व्यवहार
४७
w
x