Book Title: Gyananand Shravakachar
Author(s): Raimalla Bramhachari
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Digambar Jain Vidwat Parishad Trust

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Page 5
________________ III 28 74 149 152 154 विषय-सूची 1. प्रकाशकीय 2. भूमिका 3. प्रथम अधिकार : वन्दनाधिकार 4. द्वितीय अधिकार : श्रावक वर्णनाधिकार 5. तृतीय अधिकार : विभिन्न दोषों का स्वरूप 6. चतुर्थाधिकार : सम्यग्दर्शन 7. पंचम अधिकार : सम्यग्ज्ञान 8. षष्टम अधिकार : सम्यग्चारित्राधिकार 9. सप्तम अधिकार : सामायिक का स्वरूप 10. अष्टम अधिकार : स्वर्ग का वर्णन 11. नवम अधिकार : समाधिमरण का स्वरूप 12. दशम अधिकार : मोक्ष सुख का वर्णन 13. एकादशम् अधिकार : अर्हतादि के स्वरूप का वर्णन 14. द्वादशम् अधिकार : निग्रंथ गुरु का स्वरूप 15. त्रयोदशम् अधिकार : कुदेवादि का स्वरूप 16. परिशिष्ट - 1 17. परिशिष्ट - 2 194 202 227 248 266 267 272 296 203

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