Book Title: Dhavala Uddharan
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir

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Page 271
________________ धवला उद्धरण 266 205 152 165 62 162 13 57 214 216 162 आचार्यः पादमाचष्टे आणद पाणदकप्पे आणद-पाणदवासी आदा णाण-पमाणं आदि-अवसाण-मज्झ आदिम्हि भइ-वयणं आदी मंगलकरणं आदौ मध्येऽवसाने च आभीयमासुरक्खा आलोयण-पडिकमणे आलंबणाणि वायण आलंबणेहि भरिओ आलंबणेहि भरियो आवलि असंखसमया आवलिय अणागारे आवलियाए वग्गो आवलियपुधत्तं पुण आहरदि अणेण मुणी आहरदि सरीराणं आहारतेजभासा मणेण आहारदसणेण य आहारयमुत्तत्थं आहार-सरीरिदिय आहारे परिभोयं आहिणिबोहियबुद्धो 4/12 4/7 11/9 198/1 19/1 20/1 2/9 22/1 180/1 11/13 21/13 3/9 32/13 33/3 36/4 77/3 6/9 164/1 98/1 10/14 224/2 165/1 234/2 1/16 31/9 219 87 116 98 163 53 33 241 71 इगितीस सत्त चत्तारि इगिवीस अट्ठ तह णव 2/7 11/5

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