Book Title: Dhavala Uddharan
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir
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गाथानुक्रमणिका
इच्छहिदायामेण य इच्छिदणिसेय भत्तो
इच्छं विरलिय (दु) गुणियं इट्ठसलागाखुत्तो इत्थि - णउंसयवेदा
इम्मिस्से वसप्पिणीए
इमिसे वसप्पिणीए इह जाहि वाहिया विय इंगाल - जाल - अच्ची इदियमणोहिणा वा
उगुदाल तीस सत्त य उच्चारदम्म दुपदे उच्चारियमत्थपदं
उच्चुच्च उच्च तह उच्छ्वासानां सहस्राणि
उज्जुसुदस्स दु वयणं
जुकूलनदीतीरे
उणतीसजोयणसया
उणतीसजोयणसया
उणसट्ठिजोयणसया
उणसट्ठिजोयणसया
उत्तरगुणिदं इच्छं उत्तरगुणिदं इच्छं
उत्तरदलहयगच्छे
उदए संकम-उदए
उदए संकम-उदए
उदए संकम-उदए
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