Book Title: Dhavala Uddharan
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir

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Page 275
________________ धवला उद्धरण 270 188 149 एवं क्रमप्रवृद्धया एवं सुत्तपसिद्धं एस करेमि य पणमं एसो पंचणमोक्कारो एसो य सस्सदो अप्पा 114/9 22/7 65/1 1/9 16/7 24 162 148 135 163 195 ओकड्डदि जे अंसे से ओगाहणा जहण्णा ओजम्मि फालिसंखे ओदइओ उवसमिओ ओदइया बंधयरा ओदइया बंधयरा ओवट्ठणा जहण्णा ओसप्पिणि-उस्सप्पिणि ओसा हिमो य घूमरि ओ 22/6 4/9 7/10 5/5 3/7 2/12 20/6 24/4 150/1 121 141 206 135 113 48 औ औपश्लेषिकवैषयिका 23/14 244 163 166 अंगुलमावलियाए अंगुलमावलियाए अंगे सरो वंजण-लक्खणाणि अंगोवंग-सरीरिदिय अंतोमुहुत्तपरदो अंतोमुहुत्तमद्धं अंतोमुहुत्तमेतं 5/9 15/9 19/9 9/7 52/13 9/6 51/13 167 143 223 131 223

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