Book Title: Dhavala Uddharan
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir
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धवला उद्धरण
पण्णरस कसाया विणु
पण्णवणिज्जा भावा
पण्णवणिज्जा भावा
पण्णासं तु सहस्सा पत्थेण कोदवेण व
पत्थो तिहा विहत्तो
पदमीमांसा संखा
पभवच्चुदरस्स भागा
पम्मा पउमसवण्णा पम्मा पउमसवण्णा पयडिट्ठिदिप्पदेसा
पयोव्रतो न दध्याति न
परमाणु - आदियाई परमाणु-आदियाइं परमोहि असंखेज्जाणि परिणिव्वुदे जिणेदे
परियट्ठिदाणि बहुसो पंच वि पर्वसु नन्दीश्वरमहिमा पल्लासंखेज्जदिमो
पल्लो सायर-सूई पल्लो सायर सूई पवयण - जलहि-जलोयर
पापं मलमिति प्रोक्त
पासे रसे य गंधे
पासे रसे य गंधे
पुट्ठे सुणे स
पुढवी जलं च छाया पुढवीय सक्करा पुण्यपापक्रिया न स्यात्
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